Samastipur News:दलसिंहसराय : प्रखंड के पांड़ वार्ड 5 में रविवार को कृषि विभाग की ओर से पौधा संरक्षण परामर्श एवं उपादान वितरण योजना के तहत पौधा संरक्षण पाठशाला आयोजित की गयी. संचालक प्रमोद कुमार, कृषक सहित प्रशिक्षक प्रखंड तकनीकी प्रबंधक एवं सहायक तकनीकी प्रबंधक ने भाग लिया. प्रशिक्षण के दौरान प्रखंड तकनीकी प्रबंधक शांता कुमार चौधरी ने खरीफ फसलों के प्रमुख कीट एवं रोग-व्याधि की समस्या के लक्षण एवं उसके उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि किसान फसलों में कीट एवं रोग-व्याधि की समस्या की अनदेखी नहीं करें. इससे उत्पादन में काफी ह्रास होता है. उत्पाद की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है. शुरुआती अवस्था से ही फसल सुरक्षा के विभिन्न उपायों को अपनायें. फसलों में कीट से शुरुआती अवस्था में निदान के लिए नीम तेल का उपयोग करें. अन्य सरल एवं कम खर्चीले उपायों में प्रकाश प्रपंच, फेरोमेन ट्रैप्स, बॉर्डर क्रॉप्स, पक्षी बैठक के उपयोग की सलाह दी. उन्होंने फसलों में दवा का अनुशंसित मात्रा में उपयोग व दवा छिड़काव के समय ली जाने वाली विभिन्न सावधानियों की जानकारी भी दी. सहायक तकनीकी प्रबंधक अरविंद कुमार पांडेय ने फसलों को कीट एवं रोग-व्याधि से बचाव के लिए बीज उपचार एवं मृदा उपचार के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने गर्मी में खेत की गहरी जुताई की सलाह दी. ताकि मिट्टी में छुपे कीट एवं खरपतवार के अंश प्रकाश के संपर्क में आने से पूर्णत नष्ट हो जायें. मौके पर कई कृषक कृष्णदेव सिंह, हरे कृष्णा महतो, अर्जुन कुमार, नंद कुमार महतो, विनय कुमार आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

