Samastipur News: समस्तीपुर : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस साल बोर्ड परीक्षा से संबंधित कई बदलाव किए हैं. इसमें माइग्रेशन सर्टिफिकेट से जुड़े नए नियम भी शामिल हैं. अब अब बोर्ड माइग्रेशन सर्टिफिकेट की हार्ड कॉपी जारी नहीं करेगा. सभी सम्बद्ध स्कूलों में इसका पालन अनिवार्य रूप से किया जायेगा. सीबीएसई ने इससे संबंधित नोटिस भी जारी किया है. शहर के टेक्नो मिशन हाई स्कूल के प्राचार्य एके लाल ने बताया कि बोर्ड ने कहा कि सीबीएसई अनिवार्य रूप से माइग्रेशन सर्टिफिकेट की हार्ड कॉपी जारी नहीं करेगा. जरूरत पड़ने पर छात्र परिणाम घोषित होने के बाद इसे प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. कक्षा 12वीं के छात्रों के लिए रिजल्ट घोषित होने के तुरंत बाद ही माइग्रेशन सर्टिफिकेट की डिजिटल कॉपी उपलब्ध होगी. डीजी लॉकर पर जरूरी दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी जारी होगी. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को एक नोटिस जारी किया था. बोर्ड द्वारा जारी सर्टिफिकेट की डिजिटल कॉपी उच्च शिक्षण को स्वीकार करने का निर्देश दिया गया. जिसे देखते हुए सीबीएसई ने फैसला लिया कि 2025 के कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों को माइग्रेशन प्रमाण पत्र की हार्ड कॉपी जारी नहीं की जायेगी. छात्र दूसरे किसी संस्थान में दाखिले के लिए माइग्रेशन सर्टिफिकेट के डिजिटल कॉपी का इस्तेमाल कर सकते हैं. अच्छी बात यह है की सुविधा के लिए स्टूडेंट्स को किसी प्रकार की फीस नहीं देनी होगी. नए नियम का ऐलान बोर्ड ने सितंबर 2024 में ही किया था. हार्ड कॉपी की जरूरत पड़ने पर छात्रों को सीबीएसई के ऑफिशियल वेबसाइट cbseit. in पर जाकर आवेदन करने की सुविधा भी दी गई थी. लेकिन अब हार्ड कॉपी पर रोक लगाई गई है. यह बदलाव शैक्षणिक सत्र 2026-27 में लागू होने जा रहा है. इधर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने उम्मीदवारों की सूची, यानी एलओसी में भरे गये विवरणों में बदलाव का मौका देते हुए सुधार विंडो खोली है. बोर्ड ने कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों, अभिभावकों और स्कूलों से अपील की है कि वे 2025-26 सत्र के लिए तैयार की गई लिस्ट ऑफ कैंडिडेट्स में दर्ज सभी जानकारियों की जांच करें और यदि कोई गलती है तो उसे जल्द से जल्द सुधार लें. एलओसी डेटा सुधार की विंडो 27 अक्तूबर 2025 तक सक्रिय रहेगी. एलओसी जमा करने के बाद छात्रों और अभिभावकों को एक डेटा वेरिफिकेशन स्लिप दी जाती है, ताकि वे नाम, माता-पिता के नाम, जन्मतिथि और विषयों जैसी प्रमुख जानकारियों की जांच कर सकें. यह सुधार विंडो छात्रों, अभिभावकों और स्कूलों को इन जानकारियों में आवश्यक बदलाव करने का अंतिम अवसर प्रदान करती है.
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