समस्तीपुर : ट्रेनों में दिव्यांगजन पीडब्लूडी की कोटा से सफर करने वाले यात्रियों को जनरल डब्बे और चेयरकार में अब 4 सीट आरक्षित होंगे. पहले दो सीट ही आरक्षित की जाती थी. रेलवे बोर्ड के ओर से सभी जोन के पीसीसीएमएम को पत्र देते हुए नये बदलाव को लेकर व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. शयनयान श्रेणी में चार बर्थ इसमें दो निचली और दो मध्य सीट मिलती थी. 3 एसी में दो बर्थ एक निचली और एक मध्य होती थी. 3 ई श्रेणी में दो बर्थ एक निचली और एक मध्य (उन गाड़ियों में जिनमें उप श्रेणी नहीं है और केवल 3ई श्रेणी के कोच लगाए गये हैं) मिलती थी. गरीब रथ एक्सप्रेस गाड़ियों के एसएलआरडी कोच में पूर्ण किराये पर चार बर्थ (दो निचली और दो ऊपरी) मिलती थी. आरक्षित सेकेंड सिटिंग (2एस) वातानुकूलित कुर्सीयान (सीसी) में दो सीटें जिनमें इन श्रेणियों के दो से अधिक कोच हैं. मामले की समीक्षा की गई है. जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि राजधानी शताब्दी जैसी गाड़ियों जैसे राजधानी/शताब्दी, दुरंतो, वंदे भारत, हमसफर, गतिमान, विशेष किराए वाली गाड़ियों आदि सहित सभी आरक्षित मेल/एक्सप्रेस गाड़ियों में दिव्यांगजनों के लिए आरक्षण कोटा चिह्नित किया जाना चाहिए. भले ही ऐसी गाड़ियों में दिव्यांगजनों को रियायती किराये की सुविधा उपलब्ध हो या नहीं. इसके बाद शयनयान श्रेणी में चार बर्थ (दो निचली और दो मध्य). 3 ई या 3 ए श्रेणी में चार बर्थ (दो निचली और दो मध्य) (इन दोनों श्रेणी में से जिस श्रेणी अर्थात उई/3ए में कोटा चिह्नित किया जाना है. उसका निर्णय संबंधित क्षेत्रीय रेल द्वारा गाड़ियों में उपलब्ध उस श्रेणी के कोचों की संख्या को ध्यान में रखते हुए किया जा सकता है. गरीब रथ एक्सप्रेस गाड़ियों के एसएलआरडी कोच में चार बर्थ मिलेगा. गाड़ियों में आरक्षित सेकेंड सिटिंग (2एस) वातानुकूलित कुर्सीयान (सीसी) में चार सीटें, जिनमें इन श्रेणियों के दो से अधिक कोच हैं (वंदे भारत एक्सप्रेस गाड़ियों को छोड़कर) मिलेगी. वंदे भारत एक्सप्रेस गाड़ियों में चार सीटें मिलेगी.
समस्तीपुर : ट्रेनों में दिव्यांगजन पीडब्लूडी की कोटा से सफर करने वाले यात्रियों को जनरल डब्बे और चेयरकार में अब 4 सीट आरक्षित होंगे. पहले दो सीट ही आरक्षित की जाती थी. रेलवे बोर्ड के ओर से सभी जोन के पीसीसीएमएम को पत्र देते हुए नये बदलाव को लेकर व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. शयनयान श्रेणी में चार बर्थ इसमें दो निचली और दो मध्य सीट मिलती थी. 3 एसी में दो बर्थ एक निचली और एक मध्य होती थी. 3 ई श्रेणी में दो बर्थ एक निचली और एक मध्य (उन गाड़ियों में जिनमें उप श्रेणी नहीं है और केवल 3ई श्रेणी के कोच लगाए गये हैं) मिलती थी. गरीब रथ एक्सप्रेस गाड़ियों के एसएलआरडी कोच में पूर्ण किराये पर चार बर्थ (दो निचली और दो ऊपरी) मिलती थी. आरक्षित सेकेंड सिटिंग (2एस) वातानुकूलित कुर्सीयान (सीसी) में दो सीटें जिनमें इन श्रेणियों के दो से अधिक कोच हैं. मामले की समीक्षा की गई है. जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि राजधानी शताब्दी जैसी गाड़ियों जैसे राजधानी/शताब्दी, दुरंतो, वंदे भारत, हमसफर, गतिमान, विशेष किराए वाली गाड़ियों आदि सहित सभी आरक्षित मेल/एक्सप्रेस गाड़ियों में दिव्यांगजनों के लिए आरक्षण कोटा चिह्नित किया जाना चाहिए. भले ही ऐसी गाड़ियों में दिव्यांगजनों को रियायती किराये की सुविधा उपलब्ध हो या नहीं. इसके बाद शयनयान श्रेणी में चार बर्थ (दो निचली और दो मध्य). 3 ई या 3 ए श्रेणी में चार बर्थ (दो निचली और दो मध्य) (इन दोनों श्रेणी में से जिस श्रेणी अर्थात उई/3ए में कोटा चिह्नित किया जाना है. उसका निर्णय संबंधित क्षेत्रीय रेल द्वारा गाड़ियों में उपलब्ध उस श्रेणी के कोचों की संख्या को ध्यान में रखते हुए किया जा सकता है. गरीब रथ एक्सप्रेस गाड़ियों के एसएलआरडी कोच में चार बर्थ मिलेगा. गाड़ियों में आरक्षित सेकेंड सिटिंग (2एस) वातानुकूलित कुर्सीयान (सीसी) में चार सीटें, जिनमें इन श्रेणियों के दो से अधिक कोच हैं (वंदे भारत एक्सप्रेस गाड़ियों को छोड़कर) मिलेगी. वंदे भारत एक्सप्रेस गाड़ियों में चार सीटें मिलेगी.
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