समस्तीपुर : डेंगू और चिकनगुनिया ने समस्तीपुर में भी दस्तक दे दिया है. डेंगू के शिकार हुए करीब आधा दर्जन लोग सामने आ चुके हैं, परंतु इनमें से अबतक दो लोगों में ही इसकी चिकित्सकीय पुष्टि हुई है. वहीं चिकनगुनिया के आरंभिक लक्षणों को देखकर संभावित मरीजों को डॉक्टरों ने एहतियातन आगे की जांच और इलाज की नसीहत दी है. स्वास्थ्य विभाग डेंगू के मरीज की पुष्टि तो करता है, परंतु चिकनगुनिया के मरीज आने की सूचना से भी इनकार कर रहा है. जानकारी के अनुसार
जिले के शिवाजीनगर प्रखंड के गंगौली गांव से सोमवार की शाम सदर अस्पताल में राम कुमार साह नामक मरीज को भरती कराया गया है. इसे शहर के चिकित्सकों ने डेंगू की पुष्टि होने के बाद सदर अस्पताल भेज दिया है. परिजनों के मुताबिक राम कुमार कोलकाता में रहता है. वहां बुखार लगने के बाद वह एक सप्ताह पहले गांव आ गया. पहले तो परिजनों ने उसे एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया. जहां चिकित्सकों ने डेंगू किट से उसकी जांच कि जिसका रिजल्ट पॉजिटिव निकला.
वहीं दूसरी ओर शहर के एक लोजपा नेता को भी डेंगू हो गया है. इसका निजी स्तर पर इलाज चल रहा है. इसके अलावे भी जिले के कई क्षेत्रों से डेंगू के मरीज मिलने की सूचना मिल रही है. इसका निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है, जबकि शहर के रामबाबू चौक के एक स्क्रैप व्यवसायी के शरीर में चिकनगोनिया के लक्षण पाये जाने की सूचना मिली है. चिकित्सक सोमेंदु मुखर्जी ने चिकनगुनिया के लक्षण को देखते हुए उक्त व्यवसायी को सदर अस्पताल में जांच कराने की सलाह दी.
लेकिन सदर अस्पताल में जांच की व्यवस्था नहीं रहने के कारण उन्हें निजी जांच घर में भेजा गया है. जहां चिकनगुनिया के जांच की किट की कीमत करीब 19 सौ रुपये हैं, जो स्वाभाविक रूप से आम लोगों की पहुंच से बाहर है. वहीं सदर अस्पताल में इसकी जांच की कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में स्थिति की विकटता का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है.