समस्तीपुर : सिंघिया में काम कराने के बाद भी मजदूरी के भुगतान की समस्या को लेकर पहुंची विनो सदा ने कहा कि साहेब अंचल अधिकारी ने काम तो करा लिया मगर मजदूरी का भुगतान नहीं कर रहे हैं. जब जब भुगतान की बात को लेकर वहां पहुंचते तो आनाकानी की जाती है. जनता दरबार में फरियाद लेकर पहुंचना पड़ा.
वहीं फरीयादी की बात सुनकर त्वरित कारवाई करने का अश्वासन दिया गया. समाहरणालय सभागार में गुरुवार को जनता दरबार का आयोजन किया गया. जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने सभी मामलों पर त्वरित कार्रवाई करने का आदेश संबंधित पदाधिकारियों को दिया. इसमें कुल 40 परिवाद पत्र प्राप्त हुए. जनता दरबार में प्रोत्साहन राशि की माँग, इन्दिरा आवास, भूमि विवाद, वासगीत पर्चा, दैनिक मजदूरी, मानदेय भूगतान आदि से संबंधित आवेदन प्राप्त हुए है.
इन मामलों की हुुई सुनवाई
विनो सदा अंचल अधिकारी, सिंघिया ने काम करने के बावजूद मजदूरी को भुगतान करने में आनाकानी की
गोदावरी देवी जवाहर कुंवर, सेवा निवृत्त कोषारक्षक रोसड़ा के सेवान्त लाभ के संदर्भ में
अलख निरंजन प्रसाद निजी जमीन में जोरजबरदस्ती सड़क निर्माण करने
कालेश्वरी देवी जबरन घर आंगन वगैरह कब्जा करने के संबंध में
सोनेलाल चौपाल सार्वजनिक रास्ता को अतिक्रमण मुक्त करने के संबंध में
मां पूछ रही थी सवाल, क्या कसूर था मेरे लाल का !
शाहपुर पटोरी : कलयुगी नशाखोर नशा न मिलने के कारण एक अबोध बालक की इस तरह निर्मम हत्या कर देगा यह बात लोगों के जेहन में बार-बार तरह-तरह के सवाल पैदा कर रहे थे. गुरुवार को मुसहरी टोला में ढाई साल का बच्चा खेल रहा था. मुहल्ले के सारे लोग मंजिल गये हुए थे, इस दौरान शराब न मिलने के कारण विक्षिप्त व्यक्ति मुसहरी टोला निवासी उमेश सदा ने उस अबोध बालक की गड़ासे से काटकर हत्या कर दी.
इस घटना की जानकारी जब क्षेत्र में फैली तो लोग सन्न रह गये. लोग हत्यारा को जान से मारना चाहते थे परन्तु मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे अपने कब्जे में ले लिया जिससे उसकी जान बच सकी. मृतक राम के पिता बिलट सदा मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते है. उसकी मां पुकरिया देवी को जब अपने पुत्र के मौत की खबर मिली तो वह दहाड़े मारकर रोने लगी. वह लोगों से बस इतना ही पूछ रही थी कि क्या कसूर था मेरे पुत्र का. दादा हलखोरी सदा का भी रो-रोकर बुरा हाल था.
शराब नहीं मिलने से परेशान है उमेश: स्थानीय लोगों का कहना है कि उमेश दिन रात शराब के नशे में डूबा रहता था. शराबबंदी होने से उसकी यह लत पूरी नहीं हो रही थी. जिसके कारण वह दिन भर बिना काम धंधा के ही इधर उधर भटकता रहता है. धीरे धीरे उसकी हड़कत विक्षिप्त जैसी होने लगी. गुरुवार की दोपहर हुई घटना का कारण लोग शराब नहीं मिलने के कारण उसकी बिगड़ती मानसिक स्थिति को मान रहे हैं. हालांकि यह जांच के बाद ही सामने आयेगा कि यह घटना शराबबंदी की परिणत थी या कुछ और.