समस्तीपुर : ट्रांसपोर्टर की देशव्यापी हड़ताल का असर अब जिले पर भी दिखने लगा है. एक तो चुनाव और उपर से हड़ताल ने शहर की व्यापार व्यवस्था को पूरी तरह ठप कर दिया है.
इससे इसकी कमर टूट गयी है.
आनाज से लेकर कपड़े तक का व्यवसाय इसके कारण प्रभावित होते दिख रही है. व्यापारी वर्ग ज्यादातार समानों के आवक के लिये बाहरी जिलों व दूसरे राज्यों पर निर्भर हैं. ट्रकों से जिला में ज्यादातार समान आते हैं. ऐसे में हड़ताल के कारण सामानों आपूर्त्ति प्रभावित होने से बाजारों में सामानों की धीरे धीरे कमी होने लगी है. वहीं पर्व निकट आने कारण सामनों क ी मांग बढने लगे हैं.
इसका असर मूल्य पर पड़ने लगा है. पूजा निकट है वहीं व्यापारी वर्ग के लिये ट्रकों का किल्लत एक बड़ी समस्या बनती जा रही है. समान नहीं आने के कारण दुकानों की रौनक ठप पड़ी है. समानों के आयात के लिये व्यापारियों को अभी रेल पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है.
सामानों की कमी की समस्या सिर्फ दैनिक उपयोग की सामग्रियों पर ही नहीं हो रहा है बल्कि इससे निर्माण कार्य के समानों की कमी का भी सामना करना पड़ रहा है. बालू व गिट्टी जैसे निर्माण सामग्रियों के दामों में भी इजाफा हो गया है. व्यापारियों का कहना है कि समानों का आर्डर दे दिया गया है.
एडवांस राशि भी दे दी गयी है. वहीं समान को मंगवाने का साधन ही नहीं है. कई के समान तो बीच रास्ते में ही अटका पड़ा हुआ है. इससे काफी कठिनाइ हो रही है.