समस्तीपुर : लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत के लिए छुट्टी मांगने वाले पुलिसकर्मियों से आवेदन के साथ एक कथित शपथ पत्र बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. वायरल हुए शपथ पत्र में छुट्टी के लिए आवेदन देने वाले जिले के पुलिसकर्मियों को यह बताने को कहा गया है कि वह पिछले कितने साल से छठ व्रत कर रहे हैं.
साथ ही इसमें यह भी दर्ज है कि यदि वह झूठ बोलकर छुट्टी ले रहे हैं तो उसी समय उनके बच्चा एवं उनके समस्त परिवार पर घोर विपत्ति आ जाये. इस शपथ पत्र के नीचे हस्ताक्षर की जगह छोड़ी गयी है. हालांकि प्रभात खबर इस शपथ पत्र की सत्यता की पुष्टि नहीं करता.
सोशल मीडिया पर वायरल शपथ पत्र पर समस्तीपुर के पुलिस लाइन में पदस्थापित अवर निरीक्षक नारायण सिंह का हस्ताक्षर है, जिन्होंने छुट्टी के लिए आवेदन दिया था. इसके वायरल होने के बाद जहां पुलिस अधीक्षक विकास बर्मन ने ऐसे किसी आधिकारिक आदेश से इनकार किया है, वहीं पुलिस एसोसिएशन ने इस पर कड़ी आपत्ति जतायी है.
वैसे कई पुलिसकर्मियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस बार छुट्टी के लिए करीब छह दर्जन पुलिसकर्मियों ने आवेदन दिये थे और सभी से आवेदन के साथ एक खास शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कराया गया है. मालूम हो कि छठ पर्व के दौरान कानून-व्यवस्था के मद्देनजर सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टी पुलिस मुख्यालय ने रद्द कर रखी है. विशेष परिस्थिति में ही पदाधिकारी अवकाश के लिए विचार कर सकते हैं.
दीपावली संपन्न होने के साथ जैसे ही छठ पूजा की तैयारी शुरू हुई, वर्षों से छठ व्रत करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए परेशानी खड़ी हो गयी है. दलसिंहसराय में तैनात एक दारोगा शिवकुमारत्रिपाठी का बयान भी वायरल हुआ है, जिसमें वह शपथ पत्र की पुष्टि कर रहे हैं.
बुधवार को पत्र वायरल होने के बाद पुलिस महकमा हरकत में आया और इसकी जांच शुरू कर दी गयी है. सूत्रों के मुताबिक, सदर डीएसपी को इसकी जांच करने को कहा गया है.
आधिकारिक आदेश नहीं : एसपी. पुलिस अधीक्षक विकास बर्मन ने मीडियाकर्मियों के लिए बने व्हाट्सएप ग्रुप पर इस संबंध में एक मैसेज डाला है. इसमें उन्होंने कहा है कि छठ छुट्टी से संबंधित एक पत्र की तस्वीर वायरल हो रही है. शपथ पत्र लेने का कोई आधिकारिक आदेश नहीं दिया गया है.