रोसड़ा : बिहार में रोसड़ा स्वर्णकार कारीगर संघ के सचिव अवधेश ठाकुर के घर विगत 19 दिन पूर्व हुई डकैती कांड का खुलासा हो गया है. इस पुलिस ने आठ लोगों की गिरफ्तारी किया है. इसमें नगर लोजपा अध्यक्ष धर्मवीर ठाकुर भी शामिल है. पुलिस की मानें तो धर्मवीर और उसका बड़ा भाई राजकिशोर ठाकुर ही घटना का मास्टरमाइंड है. गिरफ्तार अपराधियों में बेगूसराय जिले के मटिहानी गांव निवासी तीन भाई शशि ठाकुर, राजेश ठाकुर व कौशल ठाकुर, पटना के माससलाभी गांव निवासी राजा कुमार, रोसड़ा के धर्मवीर ठाकुर व इनके भाई राज किशोर ठाकुर के अलावे हथियार सप्लायर के रूप में चिन्हित रोसड़ा के ही डगवर टोली निवासी चमचम ठाकुर शामिल है.
इन अपराधियों के निशानदेही पर पुलिस ने दो देसी पिस्तौल,दो जिंदा कारतूस,एक खोखा,सोने व चांदी के आभूषण,कैडियम धातु,एक मोटरसाइकिल एवं 10 मोबाइल बरामद किया है. रोसड़ा थाना परिसर में डीएसपी अजीत कुमार ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में पीड़ित व्यवसायी अवधेश ठाकुर के प्रतिष्ठान में विगत 2 साल पूर्व कारीगर के रूप में काम करने वाले बेगूसराय जिले के मटिहानी गांव के शशि ठाकुर समेत उनके दो भाई राजेश ठाकुर एवं कौशल ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के क्रम में पता चला कि घटना का मास्टरमाइंड संघ के अध्यक्ष एवं लोजपा के नगर अध्यक्ष धर्मवीर ठाकुर एवं इनके भाई राज किशोर ठाकुर है. इन्हीं दोनों ने मिलकर घटना को अंजाम देने की योजना तैयार की.
पुलिस ने मटिहानी से पकड़े गये तीनों भाई के पास से एक पिस्टल,गोली एवं सोने चांदी के आभूषणों में दो अंगूठी, नथिया, ढोलना 8 पीस, हनुमानी 1, नथिया टाना 1, पायल दो जोड़ा बरामद की. डीएसपी ने बताया कि घटना में गिरफ्तार चमचम ठाकुर की संलिप्तता डकैती कांड में नहीं है. परंतु, यह हथियार का सप्लायर है. इसके पास से एक पिस्तौल और गोली बरामद की गयी है. बता दें कि कांड के उदभेदन के लिये एसपी ने डीएसपी के नेतृत्व में रोसड़ा, विभूतिपुर एवं हसनपुर थानाध्यक्ष की एक विशेष टीम का गठन किया था.
पटना के राजा नामक अपराधी की ली मदद
जानकारी के अनुसार विगत 2 साल पूर्व गिरफ्तार राजेश ठाकुर ने पीड़ित व्यवसायी के प्रतिष्ठान में काम करने के दौरान करीब 15 ग्राम सोना लेकर चला गया था. जो वापस नहीं किया. इधर कुछ दिनों से गिरफ्तार स्थानीय युवकों को आर्थिक परेशानियों से गुजरना पड़ रहा था. डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार धर्मवीर ठाकुर का साला रोसड़ा के मुरादपुर गांव निवासी विक्रम ठाकुर ने घटना में हथियार मुहैया कराया था. उसके बाद घटना की योजना तैयार हो जाने पर पटना से गिरफ्तार राजा कुमार को कांड करने के लिए बुलाया गया.
ये भी पढ़ें… बिहार : विधानसभाचुनाव लड़चुकी महिला प्रत्याशी 5 दिन से गायब, मामला दर्ज
डीएसपी ने कहा कि राजा कुमार काफी शातिर है. वह अपने पास मोबाइल नहीं रखता है. डकैती की घटना को अंजाम देते समय कुछ अपराधी घर में घुसे, कुछ सड़क पर थे और कुछ निकट के चौक पर थे. डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी धर्मवीर ठाकुर घटना के बाद से हमेशा थाना पर आकर पुलिस को बरगलाने का काम करता था. अंत में उसने पुलिस के समक्ष यह साबित करना चाहता था कि घटना हुई ही नहीं. इसके इस गतिविधि को देख पुलिस की नजर इस पर थी. बता दें कि विगत 29 दिसंबर 2017 की रात्रि करीब 9:00 बजे शहर के मेन बाजार स्थित स्वर्ण कारीगर संघ के सचिव अवधेश ठाकुर के प्रतिष्ठा व घर में घुसकर अपराधियों ने सभी को बंधक बना हथियार के बल डकैती कांड को अंजाम दिया था. जिसमें लाखों मूल्य के जेवरात अपने साथ ले गये थे.
ये भी पढ़ें…बिहार : मोतिहारी में आपसी विवाद में इंटर के छात्र की चाकू से गोदकर हत्या