विरोध-प्रदर्शन. दो घंटे तक नगर भवन के गेट को रखा जाम, की नारेबाजी
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कारोबारियों ने बालू की बंदोबस्ती के दौरान नगर भवन में किया हंगामा
विरोध-प्रदर्शन. दो घंटे तक नगर भवन के गेट को रखा जाम, की नारेबाजी समस्तीपुर : सरकार की नयी खनिज नीति के खिलाफ कारोबारियों ने गुरुवार को बालू बंदोबस्ती के दौरान नगर भवन में जमकर हंगामा मचाया. आक्र ोशित कारोबारियों ने नगर भवन के तीनों प्रवेश द्वार को घंटों जाम रखा. सरकार व जिला प्रशासन के […]
समस्तीपुर : सरकार की नयी खनिज नीति के खिलाफ कारोबारियों ने गुरुवार को बालू बंदोबस्ती के दौरान नगर भवन में जमकर हंगामा मचाया. आक्र ोशित कारोबारियों ने नगर भवन के तीनों प्रवेश द्वार को घंटों जाम रखा. सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाये. जिसके कारण करीब 2 घंटे तक प्रशासन बंदोबस्ती की प्रक्रिया शुरू कराने में नाकामयाब रहा. कारोबारी सरकार की नयी नीति का विरोध कर रहे थे. कारोबारियों का कहना था कि सरकार नयी नीति लायी है.
इसके बाद शराब के कारोबार की तरह पुलिस बालू व्यवसाय से जुड़े लोगों से भी राशि वसूलेगी. नयी नीति में पारदर्शिता नहीं बरती जा रही है जो कारोबारी 20 से 25 साल से इस कारोबार से जुड़े है उन्हें नयी नीति में किसी तरह का लाभ नहीं दिया गया. नये लोगों व पुराने लोगों सभी को एक ही तरह तवज्जो दी जा रही है.
इसके अलावा प्रशासन ने जो दुकानों की संख्या तय की है, वह काफी कम है. जबकि आवेदन इससे कई गुना अधिक है. वहीं, विभाग व माफियाओं की मिलीभगत से लॉटरी में एक ही कारोबारी को छह से सात जिले आवंटित किये जा रहे हैं.
जबकि ईमानदार कारोबारियों को लॉटरी में भरोसा नहीं है. कारोबारियों के आक्रोश को देखते हुए सदर डीएसपी तनवीर अहमद व सदर एसडीओ एके मंडल ने समझाने की कोशिश की. मगर वार्त्ता विफल रही, जिसके बाद चयन समिति ने डीएम को इसकी सूचना दी. मौके पर डीएम के पहुंचने के बाद कारोबारी के साथ वार्ता हुई, जिसमें पुराने कारोबारियों की समस्या को सरकार के पास भेजने का निर्णय लिया गया. इसके बाद लॉटरी की प्रक्रिया शुरु की जा सकी. हालांकि, इसके बाद भी दिनभर नारेबाजी का दौर चलता रहा. मौके पर प्रशिक्षु एडीएम अंशुल कुमार, एडीएम राजस्व संजय उपाध्याय, किशोर कुमार, जिला खनन पदाधिकारी अनिल कु शर्मा मौजूद थे.
दो घंटे रुकी रही लॉटरी : नगर भवन में बालू बंदोबस्ती को लेकर लॉटरी मेंं भाग लेने के लिये सुबह से ही कारोबारी पहुंंचने लगे. मगर जब उन्हें दुकानों की कम संख्या का पता चला तो कारोबारी भड़क उठे. सबसे पहले मोरवा के लिये बंदोबस्ती की जानी थी. मगर इसके बाद जो कारोबारी आक्रोशित हुये तो फिर उसे समझाने में पुलिस पूरी तरह विफल रही. कारोबारियों के आक्र ोश को देखते हुये तीनों प्रवेश द्वार पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिये गये. इस बीच पुलिस व कारोबारी के बीच बकझक होती रही. 11.45 के बाद ही लॉटरी की प्रक्रिया शुरु हो सकी.
लॉटरी में सबसे पहले मिली श्यामनंदन राय
को बंदोबस्ती
बालू की बंदोबस्ती को लेकर सबसे पहले मोरवा प्रखंड के लिये लॉटरी निकाली. डीएम प्रणव कुमार ने लॉटरी निकालने के लिये प्रशिक्षु डीएम अंशुल कुमार को कहा. मगर प्रशिक्षु डीएम के अनुरोध पर उन्होंने स्वयं लॉटरी निकाली. जिसमें श्याम नंदन राय को बंदोबस्ती देने की घोषणा की गयी. इसके बाद अंचला देवी व रेणु देवी को बंदोबस्ती दी गयी.
नीति पारदर्शी, नहीं बढ़ सकती है दुकानों की संख्या : डीएम
डीएम प्रणव कुमार ने कहा कि बालू व्यवसाय के लिये बनी नीति पूरी तरह पारदर्शी है. मांग व आपूर्ति के अनुसार दुकानों की संख्या को आवंटित की गयी है. पुराने कारोबारियों की समस्याओं को सरकार के पास भेजा जायेगा. किसी को भी हमेशा के लिये दुकान आवंटित नहीं की गयी है. अगर मांग बढती है तो जनवरी माह में फिर से दुकानों की संख्या को लेकर पुनर्विचार किया जा सकता है.
आक्रोशित कारोबारी को समझाने के लिये बातचीत करने पहुंचे सदर एसडीओ एके मंडल व डीएसपी तनवीर अहमद को देख कारोबारी भड़क उठे. कारोबारियों ने साफ तौर पर कहा कि जैसे पुलिस अवैध शराब कारोबार से राशि वसूलती है उसी तरह बालू के कारोबार से भी राशि वसूलेगी. वार्ता विफल होने के बाद दोनों पदाधिकारी वापस लौट गये.
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