10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आज खुलेगा माता दुर्गा का पट शारदीय नवरात्र. बेल निमंत्रण के साथ सप्तमी पूजा की तैयारी शुरू

समस्तीपुर : शारदीय नवरात्र के छठे दिन माता के स्वरूप मां कत्यायनी की पूजा-अर्चना की गयी. सप्तशती के पाठ से मंदिर गूंजायमान थे. धूप दीप व नाना प्रकार के भोग माता को समर्पित कर भक्तगण सुख समृद्धि की याचना की. शाम को शंखा, ढोल, नगारे के गूंज के बीच भक्तगण बेल निमंत्रण के लिये बेल […]

समस्तीपुर : शारदीय नवरात्र के छठे दिन माता के स्वरूप मां कत्यायनी की पूजा-अर्चना की गयी. सप्तशती के पाठ से मंदिर गूंजायमान थे. धूप दीप व नाना प्रकार के भोग माता को समर्पित कर भक्तगण सुख समृद्धि की याचना की. शाम को शंखा, ढोल, नगारे के गूंज के बीच भक्तगण बेल निमंत्रण के लिये बेल वृक्ष के पास पहुंचे. जहां रोली व सिंदूर से बेल का न्योता दिया गया. पुरोहितों के मंत्रोच्चार के बीच बेल निमंत्रण देकर जोड़ा बेल को सप्तमी पूजा के लिये आमंत्रित किया गया.

इसके साथ ही सप्तमी पूजा को लेकर तैयारियों की शुरुआत भी कर दी गयी. माता की नेत्र पूजा के साथ ही सप्तमी को मंदिरों के कपाट खुल जायेंगे. बंगला समुदाय स्थित दुर्गा बाड़ी में माता का कपाट मंगलवार को खोल दिया गया. इससे पहले माता की विशेष आरती में बड़ी संख्या में भक्तगण शामिल हुए. बुधवार को माता के कालरात्री के स्वरूप की पूजा-अर्चना की जायेगी. माता की पूजा-अर्चना के साथ ही अब मेला भी रफ्तार पकड़ने लगा हैं. छोटे बच्चे सुबह सबेरे माता के दर्शन के साथ ही मेला का भी आनंद उठा रहे हैं.

मुसरीघरारी में माता करेंगी महिषासुर का वध, तो भूतनाथ में दिखेगा नेपाल का चर्च : नवरात्र जैसे-जैसे करीब आता जा रहा है पूजा समितियां अपने पंडालों को एक दूसरे से भव्य बनाने में जुटी हैं. औसतन सभी पूजा समितियां पंडाल पर ही लाखों रुपये खर्च कर रही हैं. कोलकता, मालदा आदि जगहों से कलाकारों को बुलाकर पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है. मुसरीघरारी चौक स्थित पूजा पंडाल में इस बार मां महिषासुर का वध करेंगी. इसके लिए बिजली आधारित उपकरण लगाये गया. इसमें मां की प्रतिमा पंडाल से आगे बढ़कर दैत्य का वध करेंगी. वहीं सातों बहन को
झूला में भी झुलाया जायेगा. करीब 37 सालों से कोलकता के कारीगरों
की मदद से इसका निर्माण किया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में यह मेला आकर्षण का मुख्य केंद्र है.
हाउसिंग बोर्ड में हरियाणा हिसार के शीला माता के मंदिर की झलक दिखाये जायेगी. उपेंद्र राय ने बताया कि इस पंडाल के निर्माण पर करीब छह
लाख की लागत आयी है. पंडाल के निर्माण के लिये दरभंगा के जोरजा से कलाकार बुलाये गये हैं.
भूतनाथ मंदिर में 1.75 लाख की लागत से नेपाल का भव्य चर्च बनाया गया हैं. कमेटी के सुधीर गुप्ता ने बताया कि पंडाल करीब 74 फुट लंबा व 40 फुट चौड़ा हैं. खास बात यह है कि शहरी क्षेत्र में स्थित होने के कारण यहां साफ-सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान
दिया जा रहा हैं.
बारह पत्थर में कोलकता के मंदिर के आकार का पंडाल बनाया गया है. समिति की ओर से अजय चौधरी ने बताया कि इसके लिये विगत एक पखवाड़ा से कारीगर की मदद से पंडाल का निर्माण कराया गया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें