समस्तीपुर : जिले में कागजों पर चल रहे उद्योग धंधों पर आधार का शिकंजा कस गया है. आधार के शिकंजे में आने के कारण 80 फीसदी छोटे औद्योगिक इकाइयों का पंजीकरण बंद कर दिया गया है. उद्योग विभाग के अनुसार, जिले में पंजीकृत करीब दो हजार से अधिक छोटे औद्योगिक इकाइयों का केवाइसी सत्यापन नहीं होने के कारण इनके पंजीकरण को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. इसके साथ ही इनके व्यापार करने पर भी रोक लगा दी गयी है.
इन उद्योगों में रेडिमेड गार्मेंट, स्टील फर्नीचर आदि से जुड़े उद्योग धंधे शामिल हैं. वहीं पंजीकरण निलंबित रहने के कारण यह राज्य के बाहर भी किसी तरह का व्यापार नहीं कर सकेंगे. इस बाबत जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक अलख कुमार सिंह ने बताया कि सभी पंजीकृत उद्योग को आधार से जोड़ना हैं. इसके लिए पहले ही इन्हें सूचना दी गयी थी. मगर, करीब 20 फीसदी उद्योगों ने ही ऑनलाइन अपना आंकड़ा मुहैया कराया है. इसके बाद शेष बचे छोटे उद्योगों पर यह कार्रवाई की गयी है.
कागजों पर चल रहे उद्योगों के लिए पीएमइजीपी योजना को भी एक महत्वपूर्ण कारण माना जा रहा है. विभाग की मानें तो सिर्फ ऋण लेने के लिये लोग किसी न किसी उद्योग का पंजीकरण करा लेते हैं. जबकि इनके व्यापार से किसी तरह का लेन-देन नहीं रहता है. ऐसे में इन कागजी यूनिटों से सरकारी आंकड़ा बढ़ता तो हैं. मगर, इससे औद्योगिक विकास नहीं होता है.