बच्चों को सिखाया गया योग सहरसा . केंद्रीय विद्यालय संगठन के निर्देश पर बैग लेस कार्यक्रम में शुक्रवार को विभिन्न प्रकार का कल्चरल प्रोग्राम केंद्रीय विद्यालय में कराया गया. स्पोर्ट्स डे के मौके पर साप्ताहिक योग शिविर में योग गुरु सेवक प्रभाकर ने बच्चों को योग के विभिन्न प्रकार के आसन व उसके लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी. उन्होंने कहा कि योग तो एलआईसी से भी अच्छा है. इसमें फीट रहने की पूरी गारंटी है. योग हमें जीवन जीने की कला सिखाती है. उन्होंने कहा कि भोजन को चबा-चबाकर खाना चाहिए. खाते समय अतिआवश्यक हो तभी पानी पीयें. अन्यथा आधे घंटे के बाद पानी घूंट-घूंट कर पीयें. भोजन करते समय बातचीत नहीं करें. आसन का अभ्यास नियमित सुबह को करें. समय अभाव में शाम को भी कर सकते हैं. भारत सरकार की सोच दूर दृष्टि रखते देश के सभी केंद्रीय विद्यालय में योग शिविर आयोजित किया जा रहा है. जिससे बच्चे यहां से सीखकर अपने बड़े बुजुर्ग परिजन, रिश्तेदारों को भी योग का गुर बताकर सभी को आरोग्य करें. उन्होंने कहा कि योग से शरीर स्वस्थ सुडौल बनता है. बच्चों के लिए तो योग रामबाण के समान ही है. विद्यालय प्राचार्य मोनिका पांडेय ने योग गुरु की प्रशंसा करते कहा कि इनके सिखाने का तरीका बहुत ही सहज है. जिसे देखकर कोई भी सीख सकता है. अनुशासन का पाठ कोई इनसे सीखे. हंसते हंसते सभी को कठिन से कठिन आसन कराते हैं. हास्यासन से सभी थकान दूर हो जाता है. नियमित योग करने से रोग तो ठीक होता ही है. साथ ही बच्चे मन से अध्ययन भी करते हैं. सभी शिक्षक के सहयोग से सात दिवसीय योग शिविर सम्पन्न हुआ.
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