सिमरी बख्तियारपुर . अखिल भारतीय पासी महासम्मेलन के आह्वान पर ताड़ी को शराब की श्रेणी से निकालने के लिए 16 अप्रैल को सिमरी बख्तियारपुर के प्रखंड कार्यालय के पूर्वी मैदान में आमसभा सह सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इस संबंध मे पूर्व मुखिया राजकुमार चौधरी ने बताया कि पासी समाज पर सरकार व एक्साइज पुलिस द्वारा जुल्म और शोषण हो रहा है. उन्होंने कहा कि 2016 में बिहार सरकार के द्वारा गलत मंशा के कारण ताड़ी पर प्रतिबंध लगाया गया और उसी दिन से पासी समाज पर अत्याचार और शोषण का शंखनाद हो गया. आज पासी समाज के कई लोग जेल के अंदर बंद है. आज स्थिति ऐसी हैं कि पुलिस के कारण डर से ताड़ खजुर के पेड पर से पासी समाज के लोगो की गिरकर मौत हो रही है. उन विधवाओं को मुआवजा तक नही जाता है. राजकुमार चौधरी ने बताया कि हमारी प्रमुख मांगों में ताड़ी बेचने वालो के लिए 10 लाख का इंश्योरेंस किया जाये. साथ ही शराब की श्रेणी से ताड़ी को मुक्त किया जाए. ताड़ी को कृषि का दर्जा दिया जाए. पासी समाज का जाति जनगणना फिर से की जाए. साथ ही पासी समाज पर हुए मुकदमा वापस लिया जाए. धरी
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