बनमा ईटहरी. असम और बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण बिहार में नमी युक्त हवाएं आ रही है. इस कारण मौसम बदला और झमाझम बारिश प्रारंभ हो गयी. प्रखंड क्षेत्र में बुधवार की सुबह मौसम की बेरुखी से किसानों के सामने नयी मुसीबत आ गयी है. बारिश से गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है. खेतों में जहां एक तरफ किसान गेहूं काटने में लगे हुए थे तो कहीं गेहूं की थ्रेसिंग कर रहे थे कि अचानक मौसम ने करवट बदला और झमाझम बारिश की शुरुआत हो गयी. बारिश देख किसान झटपट अपने फसलों को तिरपाल से ढक कर फसल बचाते दिखे. खेतों में तैयार गेहूं के अलावा खलिहान पर ही गेहूं की बोझ बारिश के पानी में बर्बाद हो गया. इस बार किसानों की नजर गेहूं की फसल पर टिकी थी. वह भी मौसम की भेंट चढ़ता दिख रहा है. सैकड़ों क्विंटल गेहूं की फसल बर्बाद हो गयी. बताते चलें कि गेहूं के फसल की क्रॉप कटिंग के जरिए फसल आकलन को लेकर डीएम वैभव चौधरी के द्वारा बनमा ईटहरी प्रखंड की सरबेला पंचायत के कुसमी आने वाले थे, लेकिन बारिश के कारण कार्यक्रम स्थगित हो गया. प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों से किसान शंकर ठाकुर, मुकेश सिंह, अमरेंद्र यादव, रत्नेश रंजन, अंकित झा, आनंद समेत अन्य ने कहा कि गेहूं की फसल तो बर्बाद हुई, लेकिन मक्का की फसल को थोड़ा फायदा हुआ है क्योंकि अत्यधिक तापमान के कारण मक्के के पौधे सूखने के कगार पर थे. उन्होंने बताया कि पटवन के बावजूद खेतों से नमी गायब हो जाती थी. उन्होंने कहा कि आम, लीची और मूंग की फसल को लाभ हुआ है. वहीं ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें बारिश के कारण कीचड़ में तब्दील हो गया है. विभिन्न सड़कों पर जल जमाव की स्थिति बनी हुई है. फोटो – सहरसा 15 – खेत में गिरी फसल ………………………… तेज हवा के संग मूसलाधार वर्षा से जनजीवन अस्त व्यस्त, गेहूं व मक्का को नुकसान महिषी. मुख्यालय सहित क्षेत्र के सभी जगहों पर तेज हवा के संग मुसलाधार वर्षा से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. वर्षा के संग बर्फ गिरने व हवा के कारण खेतों में लगा गेहूं व मक्का फसल के धराशाही होने से किसानों को भारी क्षति हुई है. दर्जनों फूस व कच्चा मकान ध्वस्त हो गया है. माछ मखाना उत्पादकों की परेशानी कम हुई है. वर्षा से तापमान में गिरावट आयी है व गर्मी से राहत मिली है. ………………. बारिश से किसान खुशहाल सत्तरकटैया. प्रखंड क्षेत्र में बुधवार को हुई बारिश से किसानों में खुशहाली आ गयी है. गेहूं कटनी के बाद किसान मुंग बुआई के लिए पटवन कर रहे थे. वहीं मक्का और सब्जी को भी लाभ मिला है, लेकिन कटी हुई गेहूं का तैयारी प्रभावित हो गयी है.
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