स्थायी समाधान की है जरूरत, बस संचालकों के सामने समस्याओं का है ढेर सहरसा . बंगाली बाजार समपार संख्या 31 पर बनने वाले ओवरब्रिज को लेकर गंगजला चौक स्थित रेलवे की जमीन पर संचालित हो रहे निजी बस स्टैंड को सुपर मार्केट के निकट शिफ्ट कर दिया गया है. जिससे गंगजला चौक पर लगने वाली भीषण जान से लोगों को मुक्ति मिल गयी है. हालांकि सुपर मार्केट में जगह कम रहने से निजी बस संचालकों के सामने समस्याओं का ढेर लगा है. इन समस्याओं को दूर करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया है. जिस दिशा में कार्य भी चल रहा है. लेकिन मुख्य समस्या इस रास्ते में जाम को लेकर आने लगी है. मधेपुरा, पूर्णिया व सोनवर्षा की ओर जाने वाली बसों को शिवपुरी ढ़ाला के निकट एवं बनवारी शंकर कॉलेज सिमराहा के निकट रेलवे क्रॉसिंग करना होता है. सिंगल रोड रहने के कारण से शिवपुरी ढ़ाला से लेकर कचहरी चौक तक जाम की समस्या बन जाती है. इन समस्याओं को दूर करने के बाद ही इस रास्ते यातायात सुगम हो सकेगा. अब सरकारी व निजी बसें एक ही डिपो से प्रतिदिन चल रही है. पटना की कुछ बसों को छोड़कर सभी निजी बसें शहर के सुपर बाजार स्थित बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की डिपो में शिफ्ट हो गयी है. सरकारी बस डिपो के अलावा लोक बाजार जिस जमीन पर थी वहां भी बसें लगी रही है. बैजनाथपुर, मधेपुरा, सिंहेश्वर, पूर्णिया, भागलपुर रूटों की बसें शिवपुरी ढाला होकर बायपास मार्ग से आने जाने लगी है. सरकारी डिपो से बसों के परिचालन से गंगजला चौक, नगरपालिका चौक, प्रशांत रोड एवं गंगजला ढाला मार्ग का आवागमन सुलभ हुआ है. वहीं विश्वकर्मा ढाला, विस्कोमान एवं शिवपुरी रोड में ट्रैफिक बढ़ने से जाम की समस्या बढ़ने लगी है. सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण हटाते हुए सड़क का चौड़ीकरण करने की जरूरत महसूस होने लगी है. मिट्टी में फंस रही बसें लोक बाजार की जगह में नगर निगम ने मिट्टी डालकर निजी बसों को वहां रखने की जगह बनायी है. लेकिन उसे ठीक मोटरेबल नहीं किया गया है. जिससे हल्की बारिश में यह जगह कीचड़ में तब्दील हो रही है. जिसमें आवाजाही की दौरान बसें फंसने लगी एवं उसे आगे पीछे करने में काफी दिक्कत आ रही थी. समस्याओं के समाधान की दिशा में विधानसभा चुनाव बाधा बनी हुई है. जिससे जहां बसें घंटों जाम में फंस रही है. वहीं शहरवासी भी इस जाम से परेशान हो रहे हैं. जाम की आ रही समस्या सूपर बाजार से बैजनाथपुर रूट के लिए खूलने वाली बसों के लिए मुख्य समस्या जाम की आ रही है. सिंगल रोड़ रहने एवं फ्लैंक नहीं रहने के कारण जाम की गंभीर समस्या उत्पन्न हो रही. मधेपुरा की ओर अधिकतर नीजी बसों का ही संचालन होता है. जिसे खासकर कचहरी चौक से शिवपुरी ढ़ाला तक जाम से जुझना पड़ रहा है. सिंगल सड़क के कारण आमने सामने से दो बड़ी बसों के क्रोसिंग में कठिनाई आ रही है. जिससे जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है. इस सड़क में फ्लैंक बनाने की आवश्यकता है इसके बनने एवं इस रास्ते से अतिक्रमण हटने से समस्या कम होगी. स्थायी समाधान है जरूरी सुपर बाजार स्थित सरकारी बस डिपो के निकट तत्काल व्यवस्था के तहत निजी बस को शिफ्ट कर दिया गया है. लेकिन इसके स्थायी समाधान के बाद ही शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी एवं लोगों को होने वाली परेशानी कम हो सकेगी. स्थानीय लोगों ने कहा कि इसके लिए शहर के दो भागों में बस स्टैंड होना आवश्यक है. इसके स्थायी समाधान के लिए या तो पटुआहा के निकट नये बस पड़ाव बनाने की जरूरत है या फिर पोलिटेक्निक के निकट शहतूत बागान स्थित सरकारी जमीन पर बस पड़ाव बनाने से मुख्य शहर जाम से बच सकता है. शहतूत बागान में बस स्टैंड के लायक जमीन उपलब्ध है एवं वह शहर के दोनों ढ़ाला से बाहर है. हालांकि बस स्टेंड को शहर के जीरोमाइल के निकट ले जाने से पूर्व एवं पश्चिम के लोग भी इसका लाभ ले सकते हैं. इसके निकट एनएच 107 बाईपास होने एवं इस रास्ते पर आने वाले सर्व ढ़ाला पर ओवरब्रिज के बन जाने के बाद आवाजाही आसान हो सकती है.
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