सकारात्मक वार्ता के बाद प्रदर्शन हुआ समाप्त सहरसा. पिछले तीन दिनों से सहरसा इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं का कॉलेज प्रधानाचार्य व प्रबंधन पर आरोप प्रत्यारोप का दौड़ चल रहा था. जो शुक्रवार को धरना-प्रदर्शन में बदल गया. प्रथम वर्ष के छात्र-छात्रा महाविद्यालय परिसर में अपने विभिन्न मांगों को लेकर धरना पर बैठ गये. छात्रों ने बताया कि प्रधानाचार्य की मनमानी से प्रथम वर्ष के बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शिकायत पर मेस की सुविधा एकाएक प्रधानाचार्य द्वारा बंद कर दिया गया. जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही कुछ बच्चों द्वारा योगा कक्ष में बोलने के कारण उस बैच के 60 से अधिक बच्चों पर जुर्माना अधिरोधित कर तत्काल वसूली की गयी है. जिससे सभी छात्र-छात्राएं आक्रोशित हैं. वहीं छात्रों के प्रदर्शन को लेकर जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन ने छात्र-छात्राओं से वार्ता करते बच्चों के शिष्टमंडल मंडल से प्रधानाचार्य प्रो डॉ रामचंद्र प्रसाद से वार्ता करायी. वार्ता के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ. छात्र संगठनों ने बताया कि प्रधानाचार्य ने किसी प्रकार के परेशानी होने पर जांच कमेटी द्वारा जांच किये जाने की स्वीकृति दी. साथ ही चुनाव के बाद तात्कालिक मुद्दों के समाधान का पूर्ण आश्वासन दिया. जिसके बाद प्रदर्शन वापस लिया गया है. उन्होंने कहा कि जांच कमेटी बनने से बच्चों को बड़ी सहूलियत होगी एवं खुलकर वे अपने परेशानी कमेटी के सामने रख सकेंगे. जिसका समय पर निराकरण हो सकेगा एवं बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी. मौके पर प्रथम वर्ष के सैकड़ो छात्र-छात्राएं मौजूद थे.
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