न हो रही फाॅगिंग, न हीं डीडीटी या दवा का किया जा रहा छिड़काव
पतरघट. क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में इन दिनों मच्छरों का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ रहा है. मच्छरों के प्रकोप से आमजन दिन हो या रात, काफी परेशान रहते हैं. लेकिन विभागीय अधिकारियों की ओर से अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. न कहीं पर फाॅगिंग हो रही है. न ही डीडीटी या दवा का छिड़काव किया जा रहा है. मच्छरों की बढ़ती संख्या से मलेरिया, डेंगू ओर चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का डर लोगों को सता रहा है. स्थानीय दिलीप यादव, कारी यादव, रामदेव साह, बिजेंद्र साह, मो निजामुद्दीन उर्फ बुलबुल, अशोक कुमार सिंह सहित अन्य ने विभागीय अधिकारियों से क्षेत्र के सभी हिस्सों में अविलंब फाॅगिंग करवाये जाने की मांग की है.साफ-सफाई नहीं होने से पनप रहे मच्छर
लोगों का कहना है कि नालियों और गंदगी में मच्छर तेजी से पनप रहे हैं. साफ-सफाई नहीं होने से हालात दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है. आलम यह है कि रात में मच्छरों के आतंक से लोग ठीक से सो नहीं पा रहे हैं. दिन में भी मच्छर चैन से बैठने नहीं दे रहे हैं. बाजार में मिलने वाले क्वाइल ओर इलेक्ट्रॉनिक लिक्विड भी बेअसर साबित हो रहे हैं. शाम होते ही मच्छरों की संख्या और बढ़ जाती है. लोग घरों में भी सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं. मौसम बदलने के साथ ही मच्छरों का आतंक और बढ़ गया है. चिकित्सक डॉ शिवजी सिंह ने बताया कि ठंड में मच्छरों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हो जाती है. इससे बचने के लिए लोगों को अपने घर और आसपास की नालियों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए. जमा पानी तथा कूड़ा कचरा हटाना जरूरी होता है. उन्होंने कहा कि बाजार में मिलने वाला क्वाइल और इलेक्ट्रॉनिक लिक्विड स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक होता है. उन्होंने कहा कि मच्छरदानी का इस्तेमाल ज्यादा सुरक्षित और असरदार साबित होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

