नवहट्टा. महिषी विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायक गौतम कृष्ण ने जिलाधिकारी से बात कर किसानों को कृषि इनपुट लाभ देने की मांग की है. बीते दिन कृषि अनुमंडल पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड कृषि समन्वयक व प्रखंड कृषि पदाधिकारी के सर्वे के बाद रिपोर्ट समर्पित किया गया था. फिर अचानक से कृषि इनपुट से महिषी विधानसभा के बाढ़ प्रभावित पंचायत को हटा दिया गया. जबकि बीते दिन आयी प्रलयकारी बाढ़ के कारण बगल के जिले सुपौल के तटबंध के अंदर के इलाके एवं बाढ़ प्रभावित राजस्व ग्राम पंचायत को कृषि इनपुट योजना का लाभ देने के लिए सरकार द्वारा जिलाधिकारी के माध्यम से घोषणा की गयी. लेकिन महिषी विधानसभा के बाढ़ प्रभावित प्रखंड को इस लाभ से वंचित किया गया. नवनिर्वाचित विधायक गौतम कृष्ण ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा है कि फसल क्षति पूर्ति की सूची में सहरसा जिला का नाम नहीं है. मैंने डीएम के से कई बार अनुरोध किया है कि तत्काल इस पर एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर पटना भेजा जाए. ताकि गरीब किसानों की हक़मारी ना हो सके. अगर किसानों को कृषि इनपुट योजना के लाभ से वंचित किया गया तो अंतिम विकल्प आंदोलन है. मिली जानकारी के मुताबिक जिलाधिकारी द्वारा अंचल अधिकारी नवहट्टा को जांच रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया गया है. उप प्रमुख प्रतिनिधि चंद्रकिशोर यादव ने कहा कि सुपौल जिले होकर के बाढ़ प्रभावित गांव में बाढ़ आयी. सुपौल जिले के बाढ़ प्रभावित गांव को लाभ के लिए घोषित किया गया. जबकि सुपौल से अधिक क्षति सहरसा जिले के बाढ़ प्रभावित गांव में हुई है तो यहां के किसानों को कृषि इनपुट से वंचित किया गया है. इस बाबत सीओ मोनी बहन ने बताया कि जांच रिपोर्ट मांगी गयी है. हम अपने स्तर से वास्तविक रिपोर्ट जांच कर समर्पित करेंगे.
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