देर रात स्टेशन से घर लौट रहे थे अभियंता, डीबी रोड में अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम
सहरसा. शहर में अपराधियों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं. मंगलवार की देर रात अपराधियों ने ठाकुरगंज में पदस्थापित आरसीडी विभाग के कनीय अभियंता कार्तिक प्रसाद निराला के साथ लूटपाट के दौरान चाकू मार कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया. जख्मी कनीय अभियंता कार्तिक प्रसाद निराला ने बताया कि पूर्णिया से ट्रेन द्वारा सहरसा लौट रहे थे. रात करीब एक बजे वे सहरसा रेलवे स्टेशन पहुंचे. देर रात होने के कारण स्टेशन पर न तो ऑटो उपलब्ध था और न ही अन्य कोई सवारी. मजबूरन कोसी कॉलोनी स्थित अपने आवास के लिए पैदल ही निकले. जैसे ही डीबी रोड पहुंचे, पहले से घात लगाये तीन अपराधियों ने पिस्टल दिखाते हुए कनीय अभियंता को रोक लिया और उनसे नकदी, मोबाइल व बैग छीनने लगा. जब अभियंता ने विरोध किया तो अपराधियों ने उन पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से जख्मी होकर सड़क पर गिर पड़े. इसके बाद अपराधी उनका मोबाइल और बैग लेकर फरार हो गया. रात में हल्ला सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़े. उसके बाद लोगों ने पुलिस को डायल 112 के माध्यम से सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल अभियंता को सदर अस्पताल पहुंचाया. पीड़ित ने सदर थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है. सदर पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है.पहले भी हो चुकी है लूट और गोलीबारी की घटना
डीबी रोड क्षेत्र अपराधियों के लिए लंबे समय से सुरक्षित ठिकाना बना हुआ है. कुछ दिन पहले ही इसी इलाके में शिवपुरी निवासी इंद्रानंद झा पर अपराधियों ने लूटपाट के दौरान गोली चला दी थी. जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गये थे. उस घटना के बाद भी सुरक्षा व्यवस्था में कोई विशेष सुधार नहीं किया गया, लोगों ने रात में विशेष गश्ती की मांग की है. लोगों ने बताया कि इस मार्ग से अक्सर रेलवे स्टेशन से शहर के अन्य हिस्सों की ओर जाने वाले यात्री गुजरते हैं और यही कारण है कि अपराधी इसे आसानी से निशाना बनाते हैं. रात के अंधेरे और सुनसान सड़क का फायदा उठाकर वे लूटपाट की वारदात को अंजाम देते हैं.शहर के कई इलाके अपराधियों के लिए बन चुके हैं सुरक्षित क्षेत्र
थाना चौक से शिवपुरी रोड, हवाई अड्डा मोड़, रिफ्यूजी कॉलोनी और पूरब बाजार जाने वाली सड़कें रात के समय यात्रियों के लिए सबसे असुरक्षित है. इन रास्तों पर देर रात तक सवारियां उपलब्ध नहीं रहती है. वहीं अपराधियों की सक्रियता बढ़ती जा रही है. रेलवे स्टेशन के बाहर भी सुरक्षा के नाम पर कोई ठोस व्यवस्था नहीं है. जिसके कारण देर रात आने वाले लोग जोखिम उठाने को मजबूर है. इन रास्तों में रात के समय पुलिस गश्ती बेहद कम होती है. अपराधी उसी अवसर का लाभ उठाकर लूट, छिनतई और हमला जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

