समाहरणालय पर प्रदर्शन कर डीएम कौ सौंपा 15 सूत्री मांगपत्र सहरसा . भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्यव्यापी आह्वान पर 15 सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार को समाहरणालय पर प्रदर्शन किया गया. रेलवे स्टेशन के नव निर्मित भवन के पश्चिमी भाग में माकपा एवं भाकपा के लाल झंडे तले जिले के विभिन्न हिस्सों से जत्था आना शुरू हुआ. 12 बजते बजते पूरा प्रांगण व आसपास का इलाका प्रदर्शनकारियों एवं लाल झंडों से पट गया. सुसज्जित एवं अनुशासित तरीके से कतारबद्ध प्रदर्शनकारियों ने जनाक्रोश मार्च निकाला. समर्थक अपनी मांगों के समर्थन में ढोल-नगाड़े गाजे बाजे के थाप पर थिरकते अपनी मांगों को लेकर गगनचुंबी नारे लाल झंडा जिंदाबाद, भाकपा माकपा जिंदाबाद, किसान मजदूर एकता जिंदाबाद, पूंजीवाद हो बर्बाद, भूमिहीनों को 10 डिसमिल जमीन बास के लिए देना होगा, पर्चा की जमीन पर दखल दिहानी दिलाना होगा, लूट अपहरण हत्या बलात्कार पर रोक लगाना होगा, पुलिसिया जुल्म बंद करो, प्रीपेड स्मार्ट मीटर नहीं चलेगा, वृद्धजनों विधवा विकलांग को पांच हजार पेंशन देना होगा, रसोईया, आशा, ममता, कुरियर, फेसिलेटर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, सफाई कर्मी, स्वच्छता कर्मी को स्थायीकरण के साथ 18 हजार मानदेय देना होगा, एमएसपी की गारंटी करना होगा के नारे लगाते शहर के विभिन्न हिस्सों महावीर चौक, दहलान चौक, शंकर चौक, डीबी रोड, थाना चौक, वीर कुंवर सिंह चौक होते जिला समाहरणालय मुख्य गेट पर पहुंचे. समाहरणालय द्वार पर प्रशासन व प्रदर्शनकारियों के बीच कुछ देर कहा सुनी भी हुई. फिर शांति स्थापित की गयी. कामरेड परमानंद ठाकुर की अध्यक्षता में चली सभा को संबोधित करते सीपीआई राज्य सचिव मंडल सदस्य ओमप्रकाश नारायण ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में आम जनता का हर वर्ग खासकर किसान, मजदूर मेहनतकश तबाह हैं. बेरोजगारी महामारी की तरह है एवं हर तरफ लोग त्राहिमाम हैं. पुलिसिया जुल्म, लूट, भ्रष्टाचार सर के ऊपर हो गया है. सरकार हर मोर्चे पर फेल है. तमाम फैसले पूंजीपतियों के हित मे लिए जा रहे हैं. आर्थिक विषमता बढ़ रही है. सभा को संबोधित करते सीपीएम राज्य सचिव मंडल सदस्य बिनोद कुमार ने कहा कि पूरा देश महंगाई, बेकारी की मार से कराह रही है. अन्नदाता किसान आत्महत्या कर रहे हैं. फसल का लाभकारी मूल्य क्या लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है. एमएसपी की कोई चर्चा ही नहीं है. आम जनता को संघर्ष के अलावा कोई और रास्ता नहीं है. सीपीएम जिला सचिव रणधीर यादव ने कहा कि बिहार का सुशासन एवं जीरो टॉलरेंस का नारा पूरी तरह फेल है. अपराध का ग्राफ बढ़ कर महाजंगल व गुंडाराज कायम कर रखा है. बिना चढ़ावा का कहीं कोई काम नहीं हो रहा है. सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बसेरा योजना, दखल दिहानी योजना मजाक बन गयी है. सीपीआई जिला सचिव परमानंद ठाकुर ने कहा कि हमारी मांगों को सरकार व जिला प्रशासन नहीं मानेगी तो दोनों वामपंथी दल अगले चरण में प्रखंड व अंचल कार्यालयों पर घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन करेगी. जनाक्रोश मार्च का नेतृत्व व सभा को गणेश प्रसाद सुमन, कुलानंद कुमार, व्यास प्रसाद यादव, रामचंद्र महतो, रूपेश रंजन, रोशनी कुमारी, कृष्ण दयाल यादव, नसीम उद्दीन, माखन साह, तोहिद आलम, दिलीप ठाकुर, इंद्रदेव प्रसाद इंदू, बद्रीनारायण मंडल, सकिल अहमद खां, अनिल कुमार, सुदीन कुमार, रामविलास पासवान, गुरूदेव शर्मा, मिथिलेश कुमार सिंह, शिवानंद विश्वास, शिवशंकर शर्मा, पवन सादा, नसीम मिस्त्री, धनेश्वर सादा, प्रदीप साह, ब्रजेश महतो, जवाहर यादव, बलराम यादव, विनोद यादव, जालो पासवान, बहादुर सादा, विजय यादव, भावेश यादव, शंकर कुमार, राजकुमार चौधरी, उमेश चौधरी, रमेश यादव, खारानंद ठाकुर, प्रभुलाल दास सहित नेताओं ने संबोधित किया. सभा के अंत में 15 सूत्री मांगों से संबंधित स्मार पत्र जिलाधिकारी को पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मिलकर व वार्ता कर सौंपा.
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