सहरसा : कोसी क्षेत्र के डीआइजी चंद्रिका प्रसाद के निजी मोबाइल नंबर पर फोनकर नंबर बीस लाख रुपये रंगदारी की मांग करनेका मामला प्रकाश में आया है. रंगदारी का कॉल मोबाइल नंबर 8826757488 से आया था.डीआइजीने इस संबंध में स्थानीयथानेमें शिकायत दर्ज करा दी है. आवेदन में उन्होंनेकहाहै कि मेरे द्वारा पूछने पर कि आप कौन बोल रहे हैं. उक्त व्यक्ति ने अभद्र भाषा का प्रयोग करना शुरू कर दिया. जिसके बाद कॉलर ने पहले अपना परिचय काला चश्मा वाला ब्रहमदेव का बेटा गांधी जी बताया. इसके बाद डीआइजी ने उक्त व्यक्ति को अपना नाम चंद्रिका बताते पूछताछ की तो उसने स्वयं को यूपी का आजम खान बताते कहा कि मैं तुम्हारे पूरे परिवार को जानता हूं.
बीस लाख की मांगी रंगदारी
जानकारी के मुताबिक फोन पर उस व्यक्ति ने बताया कि मैं तुम्हारे रहने का पूरा पता भी जानता हूं. उसने डीआइजी को फिलवक्त बीस लाख रुपये भिजवाने की बात कही. इसके बाद रिटायर्ड होने पर मिलने वाली राशि भी आधी भिजवाने की बात कही. उस व्यक्ति ने रुपये नहीं भेजने पर डीआइजी को बम से उड़ा देने की धमकी भी दी है. सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि एसपी के निर्देश पर मामला दर्ज कर अनुसंधान की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से फोन
डीआइजी ने आवेदन में बताया कि तकनीकी कोषांग द्वारा नंबर के किये गये अनुसंधान में मोबाइल नंबर 8826757488 के धारक के रूप में शेषनारायण नाम के व्यक्ति की जानकारी मिली है. जो ए 86, सेक्टर 9, न्यू विजय नगर, जिला गाजियाबाद, यूपी का रहने वाला है. इसी व्यक्ति के पूर्व के नंबर 9971365914 पर कॉल किया गया तो उसका लोकेशन सी 37, शशि गार्डन, मयूर विहार , फेज 1, दिल्ली का निकला है. पुलिस द्वारा की जा रही छानबीन में उस नंबर पर बात करने पर उसने स्वयं का नाम ओंकार यादव, मार्डन कंस्ट्रक्शन नोएडा का बताया. शेषनारायण के बारे में पूछने पर उसे कंपनी का प्रोजेक्ट मेनैजर बता फोन काट दिया.
पुलिस विभाग में हड़कंप
मामला सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. पुलिसपूरे मामले की छानबीन में जुटी है. पुलिस उस मोबाइल नंबर का डिटेल निकाल चुकी है. जांच की जा रही है. पुलिस सूत्रों की माने तो जरूरत पड़ने पर पुलिस की एक टीम जांच के लिये उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद भी जा सकती है.