लोगों ने रात में ही गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई घंटों तक किया सड़क जाम
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पटुआहा के पूर्व मुखिया सहित छह पर प्राथमिकी
लोगों ने रात में ही गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई घंटों तक किया सड़क जाम जाम छुड़ाने में प्रशासन को करनी पड़ी काफी मशक्कत सहरसा सिटी : कहरा प्रखंड के पटुआहा पंचायत के निवर्तमान मुखिया मुकेश झा सहित छह लोगों पर सदर थाना में बालो शर्मा के आवेदन पर मामला दर्ज किया गया है. […]
जाम छुड़ाने में प्रशासन को करनी पड़ी काफी मशक्कत
सहरसा सिटी : कहरा प्रखंड के पटुआहा पंचायत के निवर्तमान मुखिया मुकेश झा सहित छह लोगों पर सदर थाना में बालो शर्मा के आवेदन पर मामला दर्ज किया गया है. सदर थानाध्यक्ष को दिये आवेदन में पीड़ित ने कहा कि सोमवार की संध्या वह अपने दरवाजे पर बैठा था. इसी दौरान वर्तमान मुखिया पटुआहा निवासी मुकेश झा, वरुण झा, मंगल झा, भेड़धरी निवासी बासुकी पांडे, मुन्ना तिवारी, सन्नी पांडे एवं दस-पंद्रह अज्ञात लोग हरवे-हथियार से लैश होकर आया और मुखिया ने कहा कि बोलिये आपको कितना रुपया दें कि तुम्हारा पूरा परिवार वोट देगा.
विरोध करने पर मुखिया ने गाली देते कहा कि जान से मार दो. इसी बात पर वरुण झा अपने हाथ में लिये रॉड से जान मारने के उद्देश्य से सिर पर वार कर दिया. बीच बचाव करने मेरी पत्नी आयी तो मंगल झा ने लाठी से वार कर दिया. आरोपियों ने वोट नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी. लोगों के जुटने पर सभी भाग गये. इस दौरान आरोपियों ने मेरी पत्नी के गले से सोने का चेन छीन लिया. इस बाबत सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया गया है.
प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी
मुखिया पर मारपीट व धमकी देने का आरोप लगा लोगों ने सड़क जाम कर प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. लोगों ने जख्मी बालो शर्मा को सड़क के बीचों बीच सुला कर प्रशासन पर मुखिया से मिले रहने का आरोप लगाते कहा कि घटना के समय भी सभी आरोपी द्वारा खुलेआम वोट नहीं देने पर जान से मारने व प्रशासन द्वारा कुछ नहीं बिगाड़ने की बात कही जा रही थी. लोगों ने सूचना पर पहुंचे सदर एसडीपीओ सुबोध विश्वास, सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, बैजनाथपुर शिविर प्रभारी रूदल कुमार, जलइ प्रभारी मनोज सिंह, पुअनि नीतेश कुमार, कमलेश सिंह व अन्य ने आक्रोशित लोगों को काफी समझाने-बुझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग आरोपी मुखिया सहित अन्य की गिरफ्तारी की मांग पर डटे रहे. काफी मशक्कत के बाद लोगों को समझा-बुझाकर जख्मी को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया.
डीएम-एसपी का नहीं हुआ था घेराव
बीती रात मुखिया समर्थकों व मतदाताओं के बीच हुई झड़प की घटना में ग्रामीणों ने डीएम व एसपी का घेराव नहीं किया था. बल्कि यह अफवाह असामाजिक तत्वों द्वारा फैला दी गयी. घटना के बाद स्थल पर पहुंचे एसडीपीओ व थानाध्यक्ष को जिस समय ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकार बनना पड़ा. उस समय जिला पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल व एसपी अश्विनी कुमार अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में आवश्यक कार्य का निष्पादन कर रहे थे. कार्यालय से ही दोनों अधिकारी घटना पर अपनी नजर बनाये हुए थे. इसी बीच कुछ असामाजिक तत्वों ने डीएम व एसपी के घेराव की अफवाह फैला दी.
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