मधेपुरा: भूपेंद्र नारायण मंडल विवि में वेतन विसंगति परिसर में धरने का सफर चौथे दिन भी जारी रहा. स्वीकृत बजट और राज्यादेश को दरकिनार कर वर्ष 2011-12, 2012-13 से मिल रहे शिक्षकों के वेतन में 30 फीसदी कटौती कर गलत तरीके से नव प्रोन्नत शिक्षकों को वेतन देने से उत्पन्न वेतन विसंगति को लेकर चौथे दिन भी शिक्षकों का आक्रोश कायम रहा. अनिश्चितकालीन धरना के चौथे दिन का लेखा जोखा शिक्षकों ने महामहिम को भी समर्पित किया. साथ ही शिक्षकों ने कहा कि कनवोकेशन की आड़ में उन्हें बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. धरनार्थियों ने कहा कि सूबे के विवि व महाविद्यालय के शिक्षक अपने महामहिम कुलाधिपति डॉ डीवाइ पाटिल के कुशल प्रशासन व शैक्षणिक उंचाई से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. बिहार सरकार में लंबित अध्यादेश तथा शैक्षणिक सुधार पर जिस तरह राजभवन सक्रिय है उससे शिक्षकों की आशा बंधी है. उन्होंने कहा कि कनवोकेशन के बहाने मिथिलांचल की धरती पर पधारें ताकि मंडल विवि का कायाकल्प हो सके, लेकिन इसके विपरित कुलपति अपनी विफलता को छिपाने के लिए कनवोकेशन के नाम पर राजभवन, सरकार व जिला प्रशासन को गुमराह करने में लगे हैं और अपनी बयानबाजी से शिक्षकों को बदनाम कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर कुलसचिव ने जिला प्रशासन को वस्तुस्थिति की जानकारी दी है कि शिक्षकों का शांतिपूर्ण धरना वेतन विसंगति को लेकर है न कि कनवोकेशन में महामहिम कुलाधिपति के आगमन को लेकर. उन्होंने कहा कि डीएम गोपाल मीणा ने भी शिक्षकों के प्रति सहानुभूति रखते हुए समर्पित ज्ञापन को विचारार्थ प्रधान सचिव व संबद्ध पक्षों को भेजा है. धरना के चौथे दिन वेतन विसंगति निवारण मोरचा विवि, महाविद्यालय शिक्षक भूपेंद्र नारायण मंडल विवि के अध्यक्ष रामचंद्र मंडल समेत अन्य शिक्षकों ने महामहिम से मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगायी है.
द्वेषपूर्ण कार्रवाई
धरना दे रहे शिक्षकों ने कहा कि वेतन विसंगति से जूझ रहे स्नातकोत्तर विभाग के शिक्षकों, विभागाध्यक्ष डॉ ललितेश मिश्र, डॉ शिव बालक प्रसाद, डॉ शिवमुनि यादव, डॉ प्रवीण कुमार झा, डॉ सईदा रानी, डॉ दयाराम यादव, डॉ जेएन ठाकुर, डॉ लाल मोहन झा, का स्थानांतरण द्वेषपूर्ण कार्रवाई का नतीजा है. उन्होंने कहा कि स्थानांतरण के कानून और तौर तरीके को नजरअंदाज कर सामूहिक स्थानांतरण इसलिए कर दिया गया कि वे लोग धरना दे रहे शिक्षकों का नैतिक समर्थन दे रहे थे. कुलपति विवि में आर्थिक अराजकता की स्थिति पैदा कर माहौल खराब करने पर तुले हैं. ज्ञात हो कि स्नातकोत्तर शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए महामहिम द्वारा स्थानांतरण समिति गठित है, लेकिन कुलपति ने कानून सम्मत प्रक्रिया को दरकिनार कर काम किया है.
प्रति नियोजन
शिक्षकों ने कहा कि विवि के कतिपय पदों पर वैसे शिक्षकों को प्रति नियोजित किया गया जो गलत मंशा को लेकर अपने तथा अपने कैटेगरी के शिक्षकों को गलत लाभ देकर विवि में आर्थिक और शैक्षणिक अराजकता पैदा करना चाहते हैं.