सहरसा : नगरआदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद आसमान में नेताओं के हेलीकॉप्टर मंडराने लगे थे. जिसके बाद उन गड़गड़ाती आवाज के बीच मैदानों में लोगों की भीड़ भी जमा होने लगी थी. सभा स्थलों पर लोगों की भीड़ को देख आमंत्रित नेतागण भी गदगद होकर वापस लौट जाते थे.
इधर प्रचार-प्रसार समाप्त होने के बाद बुधवार से ही जिले के मतदान केंद्रों पर चुनाव कार्य संपादित करने के लिए मतदान कर्मियों का पहुंचना शुरू हो गया था. गुरुवार को मतदान शुरू होने से लेकर स्ट्रांग रूम में इवीएम जमा करने तक इन लोगों की उपयोगिता बनी रहेगी. मास्टर साहब की ज्यादा संख्याजिला प्रशासन द्वारा चुनाव कार्य में महाविद्यालय से लेकर विद्यालय तक में कार्यरत शिक्षकों को लगाया गया है.
हजारों की तादाद में चुनाव कार्य कर रहे शिक्षकों का लोकतंत्र के महापर्व में अहम योगदान रहता है. ज्ञात हो कि चुनाव कार्य में तीन हजार से अधिक शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति पीठासीन पदाधिकारी से लेकर प्रथम व द्वितीय मतदान पदाधिकारी के रूप में की गई है. कई वरीय शिक्षकों को मजिस्ट्रेट की ड्यूटी भी थमायी गयी है.
आयोग की पंसदीदा सवारी ट्रैक्टर जिले में चुनाव कार्य संपन्न कराने के लिए लगभग प्रखंड व जिला स्तर पर 892 ट्रैक्टर जब्त किये गये है. सभी जब्त ट्रैक्टर को पोलिंग पार्टी के साथ मतदान केंद्र पर भेजा गया है. इसके अलावा अर्द्ध सैनिक बलों को भी ट्रैक्टर पर भी बूथों व चेक पोस्ट के लिए रवाना किया गया है. फोटो- ट्रैक्टर 7- ट्रैक्टर की सवारी आयोग को है प्यारी