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शिक्षकों की हड़ताल से माध्यमिक परीक्षा में वीक्षकों की होगी कमी

सहरसा : बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले सभी कोटि के प्रारंभिक शिक्षकों द्वारा 17 फरवरी से आहूत अनिश्चितकालीन हड़ताल से जहां माध्यमिक परीक्षा के वीक्षण कार्य में बड़ी बाधा पहुंचेगी, वही बच्चों के भविष्य पर भी बड़ा असर पड़ेगा. आगामी 17 फरवरी से पूरे राज्य में शुरू हो रहे हड़ासल के […]

सहरसा : बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले सभी कोटि के प्रारंभिक शिक्षकों द्वारा 17 फरवरी से आहूत अनिश्चितकालीन हड़ताल से जहां माध्यमिक परीक्षा के वीक्षण कार्य में बड़ी बाधा पहुंचेगी, वही बच्चों के भविष्य पर भी बड़ा असर पड़ेगा. आगामी 17 फरवरी से पूरे राज्य में शुरू हो रहे हड़ासल के कारण माध्यमिक परीक्षा के वीक्षण कार्य को लेकर सभी जिलों में अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया है.

वीक्षण कार्य को लेकर जहां तालिमी मरकज व टोला सेवकों को वीक्षण कार्य का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वहीं वीक्षण कार्य के लिए अन्य विकल्पों की तलाश की जा रही है. नियोजित शिक्षक के विभिन्न संगठन एकजुट होकर पूरे राज्य स्तर पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं. जिससे विद्यालयों में पठन-पाठन भी पूरी तरह बंद हो जायेगा.
जबकि मार्च महीने में बच्चों को वार्षिक परीक्षा भी देनी है. इसके अलावा 25 फरवरी से माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर रखी है. इनके हड़ताल पर जाने से इंटर कॉपी के मूल्यांकन का कार्य भी बाधित हो जायेगा. मूल्यांकन का कार्य जिला मुख्यालय में भी होना है. मूल्यांकन कार्य में देरी से बच्चों का भविष्य अधर में लटक सकता है.
जिले के 1276 विद्यालयों में लटक जायेगा ताला
प्रारंभिक शिक्षकों के हड़ताल पर जाने से जिले के लगभग 1276 प्रारंभिक विद्यालयों में ताले लटक जायेंगे. पठन-पाठन सहित अन्य सभी कार्य पूरी तरह बाधित हो जायेंगे. प्रारंभिक विद्यालयों में पढ़ने वाले लगभग साढे तीन लाख बच्चों को जहां मध्याह्न भोजन उपलब्ध नहीं होगा. वहीं आगामी वार्षिक परीक्षा की तैयारी में भी बड़ी कठिनाई सामने आयेगी. जानकारी देते संयोजक नुनूमणि सिंह ने बताया कि संकुल स्तर से प्रखंड स्तर तक उपस्थित सभी प्रतिनिधियों ने निर्णय लिया है कि हड़ताल अवधि में कोई शिक्षक सीआरसीसी एवं बीआरसीसी का भी कार्य संपादित नहीं करेंगे. उन्होंने बताया कि जिले के कुल 1276 विद्यालयों में सम्मानजनक समझौता होने तक ताला लटका रहेगा.
उन्होंने बताया कि समान काम समान वेतन, समान सेवा शर्त, पुरानी पेंशन बहाल करने, अनुकंपा नियम का शिथिलीकरण, सेवानिवृत्ति 62 वर्ष करने सहित अन्य मांगों को लेकर राज्य स्तर पर हड़ताल किया जायेगा. जब तक सरकार पूरी मांगे नहीं मानेगी हड़ताल जारी रहेगी.
माध्यमिक परीक्षा के संचालन में पड़ेगी बाधा
प्रारंभिक शिक्षकों के 17 फरवरी से हड़ताल पर जाने से माध्यमिक परीक्षा के संचालन में बड़ी बाधा उत्पन्न होगी. हालांकि इस बाधा को दूर करने के लिए जिला प्रशासन तैयारी में जुटा है. आगामी 17 फरवरी से 24 फरवरी तक जिले के 22 केंद्रों पर माध्यमिक परीक्षा का आयोजन किया जाना है.
इन केंद्रों के लिए वीक्षक की तैनाती सुनिश्चित करना जिला प्रशासन के लिए अब पेचीदा मामला हो गया है. वीक्षण कार्य के लिए जहां लगभग चार सौ तालिमी मरकज एवं टोला सेवकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वहीं शिक्षक प्रशिक्षण में लगे प्रशिक्षणार्थियों को भी वीक्षण कार्य में लगाने की प्रक्रिया की जा रही है.
जानकारी देते जिला शिक्षा पदाधिकारी जयशंकर प्रसाद ठाकुर ने बताया कि माध्यमिक परीक्षा के लिए लगभग आठ सौ वीक्षकों की जरूरत होगी. जिनमें छह सौ से अधिक माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक हैं. लगभग चार सौ टोला सेवक एवं तालिमी मरकज के शिक्षक को वीक्षण कार्य में लगाया जायेगा. इनके अलावा शिक्षक प्रशिक्षण पा रहे प्रशिक्षणार्थियों को भी जरूरत के आधार पर वीक्षण कार्य में लगाया जा सकता है.
इंटर कॉपी मूल्यांकन होगा बाधित
माध्यमिक परीक्षा तो किसी प्रकार संपन्न करा लिया जायेगा. लेकिन बड़ी बाधा इंटर के कॉपी के मूल्यांकन में होगी. माध्यमिक शिक्षक संघ भी आगामी 25 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहा है. इस हड़ताल को देखते हुए कॉपी मूल्यांकन का कार्य संभव प्रतीत नहीं हो रहा है. हालांकि विभागीय निर्देश का जिला शिक्षा विभाग इंतजार कर रहा है.
विभागीय निर्देश के आलोक में कॉपी मूल्यांकन की अगली प्रक्रिया की जा सकती है. सभी कोटि के शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने से इंटर कॉपी मूल्यांकन में होने वाली देरी से छात्रों का भविष्य प्रभावित हो सकता है. रिजल्ट के आधार पर ही बच्चों के आगे का भविष्य निर्भर करता है. समय पर रिजल्ट होने से बच्चे विभिन्न तरह के टेक्निकल शिक्षा की ओर जाते हैं.
वार्षिक परीक्षा की कैसे होगी तैयारी
आगामी मार्च महीने में कक्षा एक से लेकर कक्षा नौवीं तक के बच्चों का वार्षिक परीक्षा होनी है. प्रारंभिक से लेकर माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों के हड़ताल पर जाने से बच्चों के वार्षिक परीक्षा की तैयारी पूरी नहीं हो पायेगी. ऐसे में उनका रिजल्ट प्रभावित हो सकता है. आगामी 17 फरवरी से सभी प्रारंभिक विद्यालय के शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे. जिससे कक्षा आठ तक के बच्चों की पढ़ाई ठप हो जायेगी.
साथ ही उन्हें मिलने वाला मध्याह्न भोजन भी उपलब्ध नहीं होगा. जिससे अभिभावकों का टेंशन बढ़ना स्वभाविक है. वहीं आगामी 25 फरवरी से माध्यमिक शिक्षक संघ भी अपने मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं. जिससे नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा होगा जो आगामी वर्ष माध्यमिक परीक्षा एवं उच्चतर माध्यमिक परीक्षा में शामिल होंगे.

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