पूर्णिया. मौसम के बदलते मिजाज के बीच सोमवार से ठंड का कड़क तेवर दिखने लगेगा. पूर्णिया और आसपास के इलाकों में अब ठंड बढ़ने वाली है. आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार दिसंबर की शुरुआत ही कड़ाके की ठंड लेकर आने वाली है और सोमवार से पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखने लगेगा. मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान दिन के तापमान में हल्का बदलाव होगा पर रात क्रमवार रुप से और ठंडी हो जाएगी. मौसम विभाग की मानें तो दिसंबर के पहले सप्ताह से ही मौसम का पारा लुढ़कने लगेगा जिससे न केवल ठंड बढ़ेगी बल्कि हल्के से मध्यम स्तर के कोहरे की भी संभावना है. इस बीच पूर्णिया में रविवार को मौसम का अधिकतम तापमान 28.0 एवं अधिकतम तापमान 15.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है. इसके पहले शनिवार को अधिकतम 30.4 एवं न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. मौसम विभाग द्वारा भले ही दिसम्बर की शुरुआत से ठंड बढ़ने की संभावना बतायी गई हो पर इसका असर रविवार से ही दिखने लगा है. रविवार की सुबह धूप के साथ हुई पर कनकनी का असर सुबह से ही बना रहा. धूप भी इस कदर निकली कि उसकी तपिश भी कम महसूस हो रही थी. दोपहर के समय कभी धूप तो कभी बादलों की धुंध भी देखी गई जबकि हवा से भी ठंड का अहसास होता रहा. मौसम विभाग द्वारा तापमान में गिरावट कीसंभावना बतायी गई है जबकि पूर्णिया के मौसम पूर्वानुमान इंडेक्स में भी इसके संकेत दिए गये हैं. इंडेक्स के मुताबिक आगामी 6 दिसम्बर तक लगातार तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट आ सकती है. पूर्वानुमान में बताया गया है कि सुबह के समय हल्का मध्यम स्तर का कोहरा रह सकता है तो दिन में आंशिक रुप से बादल भी छाए रह सकते हैं जिससे सड़क और रेल परिवहन पर असर पड़ सकता है. मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. रविवार को बाजार और शहर की सड़कों पर ठंड का असर देखा गया. मौसम सेवा केंद्र के मुताबिक कड़क ठंड का प्रभाव दिसम्बर के पहले हफ्ते से शुरू होने का अनुमान है पर मौसम का मिजाज रविवार 30 नवम्बर से ही बदलना शुरू हो जाएगा. पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है जिसके प्रभाव से तापमान गिर सकता है और सर्दी में बढ़ोतरी हो सकती है. मौसम विभाग ने ठंड और तेज पछुआ हवा को लेकर सचेत रहने को कहा है. शनिवार को अहले सुबह कोहरा दिखा पर बहुत जल्द आसमान साफ भी हो गया. दिन में निकली धूप की तपिश से लोगों को गर्म अहसास हुआ पर दोपहर बाद से तपिश कम हो गई और पछुआ हवा के प्रभाव से कनकनी महसूस होने लगी. मौसम में होने वाले इस बदलाव का असर शहर के बाजारों पर भी दिखने लगा है. शाम तक गुलजार दिखने वाले बाजारों में सात बजे के बाद लोग अपने घरों के लिए निकल जा रहे हैं. इस दौरान सड़कों पर आवाजाही भी अपेक्षाकृत कम हो जाती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

