पूर्णिया.
बिहार की खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह की पहल पर बहुत जल्द पूर्णिया कोर्ट से पटना के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू होने वाली है. सीमांचल की वर्षों पुरानी मांग पर केंद्र सरकार की यह ऐतिहासिक पहल होगी. मंत्री ने इसके लिए केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है और कहा है कि यह महज ट्रेन नहीं बल्कि पूर्णियावासियों के सपनों की गति है. मंत्री ने कहा है कि जोगबनी से पूर्णिया कोर्ट भाया सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर होते हुए पटना तक प्रस्तावित वंदे भारत एक्सप्रेस के परिचालन के लिए संबंधित अधिकारियों को ऑपरेशनल फिजिबिलीटी की जांच का निर्देश दिया जा चुका है.बिहार सरकार की खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेशी सिंह ने कहा है कि मैंने 26 सितंबर 2024 को देश के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलकर पूर्णिया से वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की मांग की थी, इसके साथ ही सरसी स्टेशन पर जनहित एक्सप्रेस के ठहराव का अनुरोध भी किया था. उन्होंने कहा कि मुझे आत्मगौरव हो रहा है कि 28 जनवरी 2025 को सरसी स्टेशन पर जनहित एक्सप्रेस के ठहराव को मंजूरी मिली और अब यह नयी घोषणा मेरे प्रयासों की दूसरी बड़ी उपलब्धि है. मंत्री ने कहा कि वंदे भारत के परिचालन को लेकर मैंने रेल मंत्री को 19 फरवरी 2025 एवं 30 जुलाई 2025 को पुनः पत्र लिखकर अनुरोध किया था. फलस्वरूप 6 अगस्त 2025 को रेल मंत्री द्वारा प्राप्त पत्र में बताया गया है कि संबंधित अधिकारियों को ऑपरेशनल फिजिबिलीटी की जांच का निर्देश दिया जा चुका है.
जनता के सपने सच होने की पहली सीढ़ी
मंत्री ने कहा कि यह निर्णय पूर्णिया, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज और खगड़िया जैसे जिलों की जनता के लिए सपनों के सच होने की पहली सीढ़ी है. उन्होंने कहा कि यह वंदे भारत एक्सप्रेस सिर्फ एक आधुनिक रेल नहीं, बल्कि हर छात्र का आत्मबल है जो उच्च शिक्षा के लिए पटना जाना चाहते हैं. हर रोगी की उम्मीद है जिसे समुचित इलाज की ओर समय पर अस्पताल पहुंचना है. यह ट्रेन हर व्यवसायी की योजना है जो पूर्णिया को राजधानी से जोड़कर व्यापार बढ़ाना चाहते हैं.
मंत्री ने कहा कि मैं आज पूर्णिया समेत पुराने कोसी अंचल की जनता की ओर से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का हृदय से आभार प्रकट करती हूं. उन्होंने हमारे क्षेत्र की वर्षों पुरानी मांग को गंभीरता से सुना और उस पर उचित कार्रवाई भी की. उन्होंने कहा कि रेल मंत्री का यह निर्णय लोकनीति का प्रतीक है. उन्होंने आमजनों को आश्वस्त किया है कि जब तक यह ट्रेन पूर्णिया से होकर पटना तक पूरी रफ्तार से नहीं दौड़ती तब तक संघर्ष और प्रयास के साथ मेरी आवाज़ उठती रहेगी. मंत्री ने कहा कि जनता मेरी शक्ति है सेवा मेरा धर्म है. पूर्णिया जिलावासियों की मुस्कान ही मेरी सबसे बड़ी जीत है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

