पूर्णिया. पूर्णिया विश्वविद्यालय के लिए आगामी वित्तीय वर्ष 2025-2026 का वार्षिक बजट सीनेट एवं सिंडिकेट सदस्यों की उपस्थिति में ध्वनिमत से पारित हो गया. वार्षिक बजट को लेकर बुलाई गयी बैठक में उपस्थित सदस्यों के बीच आनेवाले समय के लिए लगभग तीन अरब 45 करोड़ से ज्यादा रुपये का विश्वविद्यालय बजट पारित किया गया. इससे पूर्व कुलपति प्रो. विवेकानंद सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में कुल सचिव अनंत गुप्ता ने विश्वविद्यालय के 2025-2026 का वार्षिक बजट पेश किया. बजट में कुल 3 अरब 45 करोड़ 58 लाख 74 हजार 769 रुपये अनुमानित खर्च के रूप में दिखाये गये हैं. बजट में विश्वविद्यालय का अनुमानित आय 41 करोड़ 8 लाख 6 हजार 785 रुपये दिखाया गया है. इस प्रकार अनुमानित खर्च में अनुमानित आय घटाकर 3 अरब 4 करोड़ 50 लाख 67 हजार 984 रुपये की मांग सरकार से की जायेगी. इस वित्तीय वर्ष में परीक्षा से16 करोड़ 47 लाख 30 हजार रुपये के आय होंगे जबकि परीक्षा पर 16 करोड़ 34 लाख 30 हजार खर्च करने का बजट रखा गया है. वित्तीय वर्ष 2025-26 में अपेक्षित पूंजीगत व्यय 1 अरब 04 करोड़ 03 लाख रुपये हैं. आवासीय इकाई के निर्माण के लिए पूंजीगत व्यय: 100 करोड़ (बीएसईआईडीसी द्वारा किया जाना है. विश्वविद्यालय प्रबंधन सूचना प्रणाली की स्थापना के लिए पूंजीगत व्यय: 75 लाख, 20 पीजी की बुनियादी आवश्यकताओं के लिए पूंजीगत व्यय 2.51 करोड़ की राशि का बजट रखा गय है. विश्वविद्यालय में नये एमसीए पाठ्यक्रम की शुरुआत के लिए 77 लाख रुपये खर्च करने का प्रावधान किया गया है. वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए कॉलेज की अपेक्षित आय 19 करोड़ 50 लाख 26 हजार 785 रुपये है और कॉलेज का अपेक्षित व्यय 35 करोड़ 87 लाख 02 हजार 365 रुपये है. धन्यवाद ज्ञापन प्रतिकुलपति पवन कुमार झा ने किया. बजट पारित होने से पूर्व कुलपति ने प्रस्तुत किया प्रतिवेदन बजट पारित होने से पूर्व कुलपति ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व से लेकर वर्तमान गतिविधियों की चर्चा की और आनेवाले समय की योजनाओं को सभी के बीच रखा. कुलपति ने डीजी लॉकर और समर्थ पोर्टल की चर्चा करते हुए आनेवाले दिनों में इसे स्टूडेंट्स एवं सभी कर्मियों के लिए सहज, सुलभ और बेहद मददगार बताया. उन्होंने अपने प्रतिवेदन में कहा कि वर्ष 2025-26 का एकेडमिक कलेंडर तैयार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि रोजगार के क्षेत्र में भी पीयू ने महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कुछ सफल प्लेसमेंट अभियान चलाए गये. उन्होंने बताया कि बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा पूर्णिया विश्व विद्यालय में 7 प्रधानाचार्यों की नियुक्ति की अनुशंसा की गयी है जिससे विश्वविद्यालय में नियमित प्रधानाचार्यों की संख्या अब 12 हो जायेगी. ……………………. सिनेट की बैठक में छाया रहा रंगभूमि मैदान का मुद्दा पूर्णिया. रविवार को पूर्णिया विश्वविद्यालय में आगामी वित्तीय वर्ष 2025-2026 के वार्षिक बजट को लेकर बुलाई गयी बैठक में रंगभूमि मैदान का मुद्दा छाया रहा. अधिकांश सदस्यों ने इस मुद्दे को लेकर चिंता जतायी. सिनेट सदस्य एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद, एमएलसी संजीव कुमार सिंह, डॉ संजीव कुमार एवं राकेश कुमार ने छात्रों की समस्याओं को उठाया. डॉ संजीव कुमार ने बैठक के माध्यम से रंगभूमि मैदान के चारो ओर चहार दीवारी की बात उठाई और कहा कि पिछले कई बैठकों में यह मामला सामने लाया गया लेकिन कोई उत्तर नहीं दिया गया. राकेश कुमार ने छात्रों द्वारा किये गये विरोध को पुलिस में मामला दर्ज कराए जाने को ग़लत ठहराया और अविलंब मुकदमा उठाने की मांग की. डॉ. शकील अहमद खान ने प्राइवेट यूनिवर्सिटी को एक बड़ा चैलेंज बताया. महबूब आलम ने उर्दू भाषा की पढाई के लिए विशेष प्रयास किये जाने की बात कही जबकि डॉ रजनीश रंजन ने मैथिली भाषा को सिलेबस में शामिल करने की मांग की. इस मौके पर बैठक के बाद सीनेट सदस्य डॉ संजीव कुमार ने कुलाधिपति सह राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन कुलपति विवेकानंद सिंह को सौंपा.
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