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लोकसभा के चुनावी बिगुल से पहले पूर्णिया एयरपोर्ट की गरमाई मांग, विधानसभा में उठा मामला

पूर्णिया एयरपोर्ट का मामला कोई नया नहीं है. पिछले कई वर्षों से यह मामला समय समय पर उठता रहा है. इस बार के लोकसभा चुनाव में यह इस इलाके का बड़ा मुद्दा बनता दिख रहा है.

पटना. लोकसभा के चुनावी बिगुल से पहले पूर्णिया एयरपोर्ट की मांग फिर गरमा गई है. पूर्णिया के भाजपा विधायक विजय खेमका ने बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान इस मुद्दा सदन में उठाया. उन्होंने सदन में सरकार का ध्यान पूर्णिया के चुनापुर से आम पब्लिक के लिए हवाई सेवा की ओर दिलाते हुए इस एयरपोर्ट को शीघ्र शुरू करने की मांग की. उन्होंने सदन में शून्यकाल के माध्यम से पूर्णिया चुनापुर हवाई अड्डा में स्वीकृत एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण तथा हवाई अड्डा से पक्की सड़क का निर्माण कार्य सहित 15 एकड़ अतिरिक्त जमीन का अधिग्रहण कर शीघ्र कर एयरपोर्ट ऑथोरिटी को देने की सरकार से मांग रखी. सरकार की ओर से कहा गया है कि इन तमाम कार्यों के लिए सरकार कृतसंकल्प है.

औवेशी ने बनाया चुनावी मुद्दा

पूर्णिया एयरपोर्ट का मामला पिछले पांच वर्षों से पूर्णिया प्रमंडल का सबसे बड़ा विकासवादी मुद्दा बनकर उभरा है और इस चुनाव में भी यह मुद्दा एक प्रमुख मुद्दा रहेगा. यही कारण है कि इस इलाके में अपनी जमीन मजबूत करने में लगे औवेशी की पार्टी ने इस मुद्दे पर बोलना शुरू कर दिया है. AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन औवेसी ने बिहार के पूर्णिया में पिछले दिनों लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप AIMIM का साथ दिजिए और हम यहां पर एयरपोर्ट बनाएंगे, क्योंकि पूर्णिया में एयरपोर्ट सबसे बड़ा मुद्दा है. इस दौरान औवैसी ने डॉ. जावेद पर जमकर हमला बोला और कहा कि वह आपकी भलाई के लिए कोई काम नहीं कर रहे हैं, लेकिन AIMIM आपकी भलाई के लिए काम करेगी.

लोगों में देरी को लेकर गुस्सा

इधर, एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया मंच की पहल पर पूर्णिया के नागरिक फिर लामबंद होकर आंदोलन पर उतर आए हैं. अंबेडकर सेवा सदन में पिछले रविवार को एयरपोर्ट की मांग को लेकर भूख हड़ताल की गयी. पूर्णिया एयरपोर्ट को लेकर बिहार सरकार एव एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से एमओयू साइन हो चुका है. जमीन का भी अधिग्रहण हो चुका है. बावजूद इसके पीएम पैकेज बिहार का हिस्सा होने के बावजूद उड़ान का अरमान पूरा नहीं होने पर पूर्णिया जिला के लोगों का गुस्सा लगातार फूट रहा है.

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जनता अब इंतजार के मूड में नहीं

एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया मुहिम के संचालक विजय कुमार श्रीवास्तव ने स्थानीय मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूर्णिया प्रमंडलीय मुख्यालय अंतर्गत विभिन्न सामाजिक संगठनों का प्रतिनिधित्व करनेवाले एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया के बैनर तले लोक सभा चुनाव की तिथि की घोषणा के पूर्व पूर्णिया एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग का शिलान्यास और एयरपोर्ट की शुरुआत की तिथि की घोषणा के लिए आंदोलन जारी है. इस आंदोलन से जुड़े मुकेश झा कहते हैं कि पूर्णिया एयरपोर्ट 11 लोक सभा क्षेत्रों की करोड़ों वोटरों की मांग है. उन्होंने कहा कि 15 एकड़ अतिरिक्त भूमि और टर्मिनल भवन से राष्ट्रीय राजमार्ग 31 को फोर लेन संपर्क मार्ग से जोड़ने की एएआई की मांगों को पूरा करने लिए बिहार सरकार की ओर से प्रयास प्रक्रियाधीन है, लेकिन जनता अब और इंजतार करने के मूड में नहीं है.

सरकार को होता है आर्थिक नुकसान

भाजपा नेता दिलीप कुमार दीपक व कांग्रेस नेता गौतम वर्मा ने कहा कि बागडोगरा, दरभंगा और पटना से हवाई जहाज की सेवाओं का लाभ लेनेवालों को छह हजार से सात हजार रुपए टैक्सी भाड़ा लगता है. पांच से छह घंटे समय की बर्बादी होती है. एयरपोर्ट और एयर कार्गो की सुविधाएं पूर्णिया में नहीं होने के कारण बिहार सरकार को जीएसटी एवं अन्य राजस्व आधारित मदों में करोड़ों रुपए का नुकसान प्रति वर्ष होता है और इसका लाभ पश्चिम बंगाल सरकार को बागडोगरा एयरपोर्ट के कारण होता है.

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