पूर्णिया. विधायक विजय खेमका ने कहा है कि बिहार की कला और संस्कृति ने देश का सम्मान बढ़ाने का काम किया है. केंद्र और राज्य सरकार ने भी कला, संस्कृति और विरासत को सहेजने और संरक्षित करने के लिए अनेक प्रयास किए हैं. एनडीए के कार्यकाल में कला और संस्कृति विभाग ने लोक कला, लोक देवता और महापुरुषों की राजकीय तिथियों एवं महोत्सवों का आयोजन कर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को नई पहचान दी है.विधायक श्री खेमका ने कहा है कि पूर्णिया में ‘””””राजा सलहेश महोत्सव‘ और ‘माता शीतला पर्व महोत्सव’ तथा सरहुल बाहापर्व को राजकीय महोत्सव का दर्जा देकर बिहार सरकार ने सीमांचल के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ाया है. विधायक श्री खेमका ने यहां जारी बयान में कहा है कि इस वर्ष भी ‘माता शीतला महोत्सव’ बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शीतला मंदिर कोरठबाड़ी, सुखनगर में आयोजित इस महोत्सव में दूर-दूर से श्रद्धालु और भक्तजन शामिल होंगे. इससे पूरे शहर में भक्तिमय माहौल रहेगा. विधायक ने कहा कि इस महोत्सव के माध्यम से न केवल धार्मिक आस्था का सम्मान होता है बल्कि स्थानीय कला और संस्कृति को भी बढ़ावा मिलता है. श्रीखेमका ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा तथा कला संस्कृति मंत्री मोती लाल का महोत्सव की स्वीकृति के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने पूर्णिया के सभी श्रद्धालुओं से इस महोत्सव में बढ़-चढ़कर शामिल होने का आग्रह किया है.
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