पूर्णिया : बिहार के पूर्णिया में एक बैंक में दो फर्जी खातों से करोड़ों रुपये के अवैध लेन-देन का खुलासा हुआ है. सबसे खास बात यह है कि खाताधारीबैंकमें स्वीपर है और उसे इन दोनों खातों की कोई जानकारी नहीं है.आयकर विभाग से नोटिसजारी होने के बादइसबात का खुलासा हुआ. फिलहालपुलिस मामलेकी छानबीनमें जुटी है.
मामला पूर्णिया में सहायक खजांची थाना क्षेत्र के भट्ठा बाजार स्थित आइसीआइसीआइ बैंक से जुड़ा है. जहां शुक्रवार को अचानक काफी गहमा-गहमी शुरू हो गयी.मीडियारिपोर्ट के मुताबिक इस बैंक के स्वीपर विक्की मल्लिक के नाम से बने दो फर्जी खातों से करोड़ों रुपये की जमा और निकासी का मामला सामने आने के बाद भारी संख्या में लोग एकत्रित हो गये.
2012 में ही खोला गया था फर्जी अकाउंट
विक्की मल्लिक का कहना है कि उसके नाम से इस बैंक में 2012 में ही दो फर्जीखातों को खोला गया था. इस खाते से 2013 से लेकर 2016 तक यानि तीन साल में दर्जनों बार करोड़ों रुपये की जमा और निकासी की गयी. कई बार तो एकाउंट ट्रान्सफर भी हुआ. बैंक के स्टेटमेंट से इस फर्जी लेन-देन का खुलासा हुआ है.
स्वीपर ने लगाया पूर्व मैनेजर और बैंक कर्मी पर आरोप
विक्की मल्लिक का कहना है कि बैंक के पूर्व मैनेजर पंकज कुमार और कुछ बैंककर्मी इस तरह का गोरखधंधा किया करते थे. उसके मुताबिक 2012 में उन लोगों ने उससे कई कागजात भी लिये थे और उसी समय उसका दो फर्जी खाता इस बैंक में खोला गया.
इनकम टैक्स की नोटिस से खुलासा
स्वीपर विक्की मल्लिक को इस बात की जानकारी तब मिली जब उसे इनकम टैक्स का नोटिस आया. मामला सामने आने के बाद सहायक खजांची पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गयी है. वहीं बैंक के मैनेजरने मामले की तफ्तीश को पहुंचे मीडिया कर्मियोंको किसी तरह की जानकारी देने से मना कर दिया.

