क्सर. एक तरफ जिले के आम जनमानस गर्मी से परेशान है, तो दूसरी तरफ विद्युत विभाग लोड शेडिंग करने पर मजबूर. एक अपैल माह में ही इतना गर्मी बढ़ गया है कि 43 डिग्री तापमान पार कर रहा है. गर्मी बढ़ने के कारण विद्युत लोड कम दिनों की अपेक्षा काफी वृद्धि हुआ है. विभागीय जानकारी के अनुसार जिले को अप्रैल माह में गर्मी बढ़ जाने के कारण विद्युत लोड में वृद्धि हुआ है. जबकि खपत अधिक और आपूर्ति कम होने के ग्रामीण क्षेत्रों में लोड शेडिंग करना विभाग का मजबूरी बन गया. जिसके प्रतिदिन ग्रामीण क्षेत्र के किसी ना किसी फीडर में एक से दो घंटे लोड शेडिंग करना पड़ रहा है. जिसके वजह से आम जीवन प्रभाव पड़ रहा है. विभागीय जानकारी के अनुसार 2024 के अगस्त माह में सबसे अधिक 74.05 एमवीए लोड सप्लाइ हुआ था. जनवरी 2025 के लोड को देखा जाए तो अप्रैल माह में ही दुगना खपत बंढ गया है. जनवरी में 40 एमवीए खपत था, जबकि अप्रैल में 54 एमवीए खपत हो गया है. वहीं जिले के सबसे अधिक ब्रह्मपुर पावर सब स्टेशन की जिसकी क्षमता 15 एमवीए है, लेकिन जानकारी के अनुसार 2024 के गर्मी में 16 एमवीए लोड का खपत हो रहा था. जिसके कारण दूसरे पावर सब स्टेशन से जोड़कर चलाया जा रहा था. जबकि इस इस वर्ष के गर्मी में एक 10 एमवीए का ट्रांसफाॅर्मर पावर सबस्टेशन लगाया जाना था, लेकिन पावर सबस्टेशन की जमीन अतिक्रमण होने के वजह से ट्रांसफाॅर्मर नहीं लगाया जा सका. पावर सब स्टेशन को न तो अतिक्रमण मुक्त करने में विद्युत विभाग रुचि ले रहा है न जिला प्रशासन. भीषण गर्मी ने आमजन की परेशानी बढ़ा दी है. तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. जिले का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है. इस प्रचंड गर्मी ने न केवल लोगों की दिनचर्या को अस्त-व्यस्त कर दिया है, बल्कि बिजली आपूर्ति पर भी जबरदस्त असर डाला है. लोड बढ़ने की वजह से विद्युत विभाग को मजबूरी में लोड शेडिंग करनी पड़ रही है, जिससे आमजन को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. लोड शेडिंग होने के कारण तार और ट्रांसफाॅर्मर पर पड़ता है लोड लोड शेडिंग होने से विद्युत तार और ट्रांसफाॅर्मर पर अधिक पड़ता है. लोड जिसके कारण कहीं तार जल कर गिर जाता है तो कहीं ट्रांसफार्मर जल जाते हैं. जिसके कारण आम जनमानस को कठिनाई का सामना करना पड़ता है. अप्रैल माह में जब से गर्मी बढ़ी है तब से लगातार लोड शेडिंग के मामले सामने आ रहे हैं. लोड शेडिंग होने के कारण तार का जलना ट्रांसफाॅर्मर का जलना जैसी घटनाओं में वृद्धि हुई है. क्योंकि लोड शेडिंग जब होता है, तो एक से दो घंटे विद्युत बाधित रहता है. पुनः विद्युत आपूर्ति जब किया जाता है तो आम लोग घर के सारे उपकरण जैसे मोटर, ऐसी, फ्रिज कूलर चालू कर देते हैं अधिक लोड होने के कारण तार और ट्रांसफाॅर्मर पर लोड बढ़ जाता है और जलने की संभावना बढ़ जाती है. घर से बाहर निकलना मुश्किल : पिछले कुछ दिनों से जिले में तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. तापमान के साथ – साथ लू चल रही है. दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है. लोग जरूरी कामों को छोड़कर घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. दोपहर के समय गर्म हवाएं चल रही हैं, जिससे लोगों का बाहर निकलना जानलेवा साबित हो सकता है. बिजली की मांग में उछाल, लोड शेडिंग ने बढ़ायी परेशानी : गर्मी के साथ बिजली की खपत में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. एयर कंडीशनर, कूलर, पंखे और फ्रिज जैसे उपकरण लगातार चलने से लोड अचानक बढ़ गया है. विद्युत विभाग की ओर से जानकारी दी गई है कि अचानक बढ़े लोड को संभालना मुश्किल हो रहा है. कई इलाकों में घंटों की बिजली कटौती की जा रही है. कुछ जगहों पर दिन में 3 से 4 घंटे तक बिजली नहीं आ रही, जिससे घरों के साथ-साथ दफ्तरों, दुकानों और अस्पतालों में भी कामकाज प्रभावित हो रहा है. भीषण गर्मी में मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी हो रहे हिट : गर्मी का असर न केवल मानव शरीर पर, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर भी पड़ रहा है. स्मार्टफोन, लैपटॉप और अन्य डिवाइस ओवरहीट हो रहे हैं. कई लोगों ने शिकायत की है कि उनका फोन बहुत जल्दी गर्म हो जा रहा है और अचानक बंद भी हो रहा है. इससे कामकाजी लोगों, छात्रों और ऑनलाइन कार्य करने वालों को भारी दिक्कत हो रही है. सरकारी प्रयास नाकाफी, लोग खुद तलाश रहे विकल्प : बिजली संकट से निपटने के लिए सरकार की तरफ से कुछ प्रयास जरूर किए गए हैं, लेकिन वो पर्याप्त नहीं हैं. डीजल जनरेटर और इनवर्टर की मांग तेजी से बढ़ गयी है. सौर ऊर्जा वाले उपकरणों की बिक्री में भी उछाल देखा गया है. जो लोग सक्षम हैं, वे अपने घरों में वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत स्थापित कर रहे हैं, लेकिन गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए यह एक बड़ी चुनौती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी : डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस मौसम में खास सतर्कता बरतने की सलाह दी है. अधिक तापमान से हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. लोगों को सलाह दिया जा रहा है कि वे ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, धूप में बाहर निकलने से बचें और हल्के, सूती कपड़े पहनें. क्या कहते हैं अधिकारी कार्यपालक अभियंता ने आमजनों से अपील किया कि बिजली काटने के बाद जब बिजली आपूर्ति बहाल की जाती है तो ठीक उसी समय घर के सभी उपकरणों को एक साथ चालू न करें. खास कर पानी के मोटर इत्यादि कुछ समय के बाद चालू करें. उन्होंने बताया कि सभी पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि ट्रांसफाॅर्मर पोल तार के मेंटेनेंस का कार्य जल्द से पूरा करे. लोड शेडिंग पटना के निर्देश पर किया जाता है. वहीं प्रयास किया जा रहा है कि लोड सेडिंग कम से कम हो और उपभोक्ताओं को कोई समस्या न हो. सूर्य प्रकाश सिंह, कार्यपालक अभियंता, विद्युत विभाग, बक्सर
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है