संवाददाता, पटना आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने समस्तीपुर में तैनात विद्युत अधीक्षण अभियंता विवेकानंद के खिलाफ जांच में ठोस सबूत मिले हैं. जांच में पता चला है कि उन्होंने वैध आय से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की. जांच में पाया गया है कि समस्तीपुर में शॉपिंग मॉल, गोरखपुर और वाराणसी में भू-खंड समेत अन्य संपत्तियां के सबूत मिले हैं. गौरतलब है कि इओयू की टीम ने न्यायालय से तलाशी आदेश लेकर विवेकानंद के छह आवासीय ठिकानों और कार्यालय में छापेमारी की. शुरुआती जांच में करीब 30 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति के प्रमाण मिले हैं, जबकि उनकी वैध आय के अनुसार संपत्ति लगभग 2.74 करोड़ रुपये होनी चाहिए थी. विवेकानंद 2009 में सहायक विद्युत अभियंता के पद से सरकारी सेवा में जुड़े और सहरसा, हाजीपुर, मोतिहारी, पूर्णिया, छपरा, रोहतास, पटना और समस्तीपुर में विभिन्न पदों पर रहे. इओयू ने प्रारंभिक जांच में पाया कि अभियंता ने आय से कई गुनी अधिक संपत्ति अर्जित की है. जांच अभी जारी है और अन्य संपत्तियों व लेन-देन की विस्तृत पड़ताल की जा रही है.
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