पटना सिटी. व्यापारियों की सुविधा के लिए बनाये गये पटना घाट स्टेशन लगभग 150 वर्ष प्राचीन है. किराना मंडी मारूफगंज व अनाज मंडी मसूरगंज में व्यापारिक वस्तुओं की ढुलाई के लिए बने स्टेशन पर बिछी रेल पटरियों पर ट्रेनों का परिचालन होता था. स्थित यह थी कि मालवाहक ट्रेनों के साथ बीते एक दशक पहले तक पटना घाट से पाटलिपुत्र स्टेशन के बीच भी ईएमयू गाड़ी का परिचालन होता था. मालवाहक व यात्री ट्रेन का परिचालन बंद होने के बाद अब सड़क बनाने की योजना राज्य सरकार ने बना रखी है. पटना साहिब स्टेशन से लेकर पटना घाट स्टेशन के बीच 1.55 किलोमीटर फोरलेन सड़क निर्माण का लक्ष्य राज्य सरकार ने रखा है. इसके लिए रेलवे से जमीन हस्तांतरण की प्रक्रि या पूरी होते ही सड़क निर्माण का काम शुरू कर दिया गया. सड़क निर्माण की योजना साकार होती है,तब जेपी गंगा पाथवे से पटना साहिब स्टेशन होते हुए यह सड़क फोर से जुड़ेगी. जिसका लाभ उत्तर व पश्चिम, दक्षिण व पूरब से आने वाले व्यापारियों, श्रद्धालुओं व संगतों को मिलेगा. विधान सभाध्यक्ष नंदिकशोर यादव का मानना है कि पटना साहिब से पटना घाट के बीच की फोरलेन सड़क के जेपी गंगा पथ से जुड़ते ही दीघा, गांधी मैदान व गायघाट से बहुत कम समय में पटना घाट पहुंच सकेंगे. इतना ही नहीं मंडियों में आने वाले व्यापारियों के लिए भी सुगम रास्ता उपलब्ध होगा. व्यापारियों को भी मंडी से व्यापारिक वस्तुओं को भेजने व मंगाने में सुविधा होगी. हालांकि जेपी गंगा पथ से पटना घाट के चहारदीवारी तक एप्रोच रोड बन गया है.पटना घाट स्टेशन से आगे अशोक राजपथ पर फ्लाई ओवर बनाने की योजना है. फोर लेन सड़क योजना के साकार होते ही धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों पर पहुंचना आसान होगा. इसके लिए व्यापारियों को भी इसका लाभ मिल सकता है.
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