संवाददाता, पटना : पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा बन रहे मंदिरी नाले में सिल्ट जमा न हो, इसके लिए दो जगह रैंप बनाये जायेंगे. पहला रैंप काठपुल व दूसरा डीपीएस के पहले बनाया जायेगा, ताकि व्यवस्थित तरीके नाले की सफाई हो सके. मालूम हो कि मंदिरी नाला पटना शहर का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण नाला है. इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य शहर के छह बड़े जलग्रहण (कैचमेंट) क्षेत्रों से निकलने वाले सीवेज और वर्षा जल की निकासी को बेहतर बनाना और साथ ही इसके ऊपर वाहन यातायात के लिए सड़क बनाना है.
ढलाई का काम लगभग पूरा
अभी लगभग 1230 मीटर से अधिक हिस्से पर नाले को ढक दिया गया है, जबकि कुल लंबाई 1289 मीटर है. 15 अगस्त तक इसे पूरा किया जाना था, लेकिन बारिश के कारण कार्य बाधित हुआ. नाले में लगातार पानी जमने से भी परेशानी हुई. हालांकि, काम युद्धस्तर पर चल रहा है. ढलाई का काम लगभग पूरा कर लिया गया है. बाकि बचे काठपुल के पास निर्माण कार्य चल रहा है. इसके बाद डिवाइडर व सड़क बनाने का काम होगा.
नेहरू पथ और अशोक राजपथ सीधे जुड़ जायेंगे
सड़क के नीचे ट्विन बैरल आरसीसी बॉक्स ड्रेन की व्यवस्था होगी, जिससे नाले की सफाई बिना सड़क को नुकसान पहुंचाये की जा सके. हालांकि, निर्माण कार्य अब अगस्त के अंतिम सप्ताह तक पूरा किया जायेगा. मालूम हो कि नाले के ऊपर बनने वाली सड़क बेली रोड आयकर गोलंबर से लेकर सिद्धेश्वरी काली मंदिर (गांधी मैदान रोड) तक जायेगी, जिससे नेहरू पथ और अशोक राजपथ सीधे जुड़ जायेंगे और ट्रैफिक का दबाव फ्रेजर रोड, बुद्ध मार्ग सहित अन्य मार्गों पर कम होगा.
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