पटना सिटी. नाला उड़ाही के लिए चैंबर में उतरे दैनिक श्रमिक 35 वर्षीय अवधेश कुमार उर्फ पकौड़ी की दम घुटने से मौत हो गयी. घटना खाजेकलां थाना क्षेत्र के दुरुखी स्थित मदरसा गली में घटी है.
पटना नगर निगम अजीमाबाद अंचल से जुड़े वार्ड संख्या 60 के तहत आने वाले उक्त मुहल्ले में घटी घटना के बाद मौके पर मौजूद पार्षद शोभा देवी के प्रतिनिधि सह पूर्व पार्षद बलराम चौधरी और वार्ड 57 के पार्षद गायत्री गुप्ता के प्रतिनिधि राजू गुप्ता ने श्रमिकों की मदद से नाले से उसे निकाला और उपचार के लिए श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल भेजा. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
उड़ाही के दौरान श्रमिक की मौत की सूचना मिलते ही मौके पर खाजेकलां थाना की पुलिस और निगम अजीमाबाद अंचल के मुख्य सफाई निरीक्षक संजीव कुमार वर्मा पहुंचे. इसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेजा. इस बीच घटना की सूचना कार्यपालक पदाधिकारी और निगमायुक्त को दी गयी.चैंबर में उतर दो घंटे से कर रहा था सफाई
साथ रहे श्रमिकों और पूर्व पार्षद बलराम चौधर ने बताया कि वार्ड संख्या 57 के तहत आलमगंज थाना क्षेत्र मीना बाजार जल्ला रोड कूड़ा पर स्लम निवासी रामप्रवेश केवट का पुत्र अवधेश कुमार उर्फ पकौड़ी शनिवार की सुबह मदरसा गली में चैंबर नाला खोल कर उड़ाही के लिए लगभग आठ बजे उतरा था. इसके बाद लगभग दो घंटे तक उड़ाही करने के बाद वो चैंबर में बेहोश हो गया.कुछ पता नहीं चला. अनहोनी की आशंका पर श्रमिकों ने जब आवाज दी, तो पता चला. इसके बाद लगभग 40 फीट दूर स्थित दूसरा चैंबर से सरिया की मदद से खींच कर बाहर निकाला गया. अचेतावस्था में उसे अस्पताल लाया गया. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
मुख्य सफाई निरीक्षक ने बताया कि मृतक श्रमिक दैनिक मजदूर था. जो नाला उड़ाही के लिए लगाये गये अतिरिक्त श्रमिकों के तहत कार्य कर रहा था. मुख्य सफाई निरीक्षक ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश के आलोक में सहायता दी जायेगी.आश्रितों को मिले मुआवजा व नौकरी
श्रमिक की मौत की सूचना मिलते ही सदर अस्पताल में मां सावित्री देवी, पत्नी सिरो देवी और पांच भाई बेचन केवट, धर्मेंद्र केवट, जितेंद्र, साहिल परिवार व मुहल्ले के लोग पहुंच गये. इस दौरान मृतक के आश्रितों को मुआवजा और नौकरी देने की मांग उठायी.परिजनों ने बताया कि अवधेश घर में छह भाइयों में सबसे बड़ा था. सुबह छह बजे वो ड्यूटी पर जाने के लिए घर से निकला था. इसके बाद उसकी मौत की सूचना मिली. अवधेश के दो बच्चे भी हैं. इसमें एक बेटा व बेटी है. इधर पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश सिंह कार्यकारी अध्यक्ष रामयत्न प्रसाद, संयोजक मंगल पासवान प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार श्रमिक की मौत पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ऑक्सीजन मास्क और सुरक्षा उपकरण के बगैर नाले में मजदूर का प्रवेश कराना नियम के विपरीत है.
इस मामले में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई, मृतक के आश्रितों को पांच लाख रुपये मुआवजा और अंत्येष्टि के लिए 50 हजार रुपये उपलब्ध कराने की मांग की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

