कांग्रेस को मिली 61 में नौ पर फ्रेंडली फाइट
मनोज कुमार, पटना
दूसरे चरण का मतदान मंगलवार को समाप्त होगा और 48 घंटे बाद चुनाव जनादेश सामने आ जायेगा. इस बीच एनडीए और महागठबंधन के सरकार बनने को लेकर सियासी चर्चा तेज हो गयी है. महिलाओं की बढ़ी हुई आठ फीसदी वोटिंग पर अलग-अलग तर्क दिये जा रहे हैं, जबकि कई समीकरण अनसुलझे हैं. एनडीए से लोजपा और महागठबंधन से कांग्रेस की ओर से लड़ी जा रही सीटों ने स्थिति को और जटिल बना दिया है. कांग्रेस 61 और लोजपा 28 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. जहां-जहां लोजपा चुनाव लड़ रही है, वहां 2020 में राजद, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों की बड़ी जीत हुई है, जबकि कांग्रेस को मिली 61 सीटों में 38 पर महागठबंधन का पिछला रिकॉर्ड बहुत खराब है. इन दोनों दलों की सीटों का गणित जीत के समीकरण को प्रभावित कर सकता है. अगर कांग्रेस को पर्याप्त सीटें नहीं मिलतीं, तो आरजेडी को अपनी संख्या बढ़ाने का दबाव बढ़ेगा. लोजपा की स्थिति कमजोर होने पर भाजपा और जदयू को भी सीटों का दबाव झेलना पड़ेगा. आधिकारिक रूप से कांग्रेस 61 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, मगर कांग्रेस की इन 61 सीटों पर राजद, वीआइपी व लेफ्ट पार्टियों से फ्रेंडली फाइट हो रही है. सीधे तौर पर कांग्रेस 52 सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है. इनमें भी 23 सीटों पर महागठबंधन पिछले सात चुनावों में कभी नहीं जीता है. शेष 29 सीटों में से 15 सीटों पर पिछले सात चुनावों में महागठबंधन सिर्फ एक बार ही जीत दर्ज कर सका है. कांग्रेस की 61 में से 38 सीटें ऐसी हैं, जिनका रिकॉर्ड महागठबंधन की सेहत के हिसाब से खराब है. सिमरी बख्तियारपुर में राजद ने 1,759 मतों, गरखा में 9,937, नाथनगर में 7,756, ब्रहमपुर में 51,141, डेहरी में 464, मखदुमपुर में 22565, ओबरा में 22,66 में मतों से जीत हासिल की थी. बेलसंड में 13685, मढ़ौरा में 11,385, शेरघाटी में 16,690, बोधगया में 4,708, रजौली में 12593, गोविंदपुर में 33,074, बख्तियारपुर में 20,672, फतुहा में 19,370, मनेर में 32,917, साहेबपुर कमाल में राजद 14,225, सुगौली में 3,447, महुआ में 13,687 वोटों से राजद की जीत हुई थी. ये सभी सीटें इस बार लोजपा को दी गयी हैं. डेहरी और बख्तियारपुर को छोड़कर राजद ने इन सीटों पर कहीं बड़े अंतर तो कहीं कंफर्टेबल अंतर से जीत हासिल की थी. जहां लोजपा लड़ रही, वहां वामदलों और कांग्रेस की भी हुई थी बड़ी जीत
लोजपा को दी गयी दरौली में भाकपा (माले) 12,119, बखरी में सीपीआइ 777, पालीगंज में भाकपा माले 30,915, बलरामपुर में भाकपा माले 53597, बोचहां में वीआइपी 11,268, बहादुरगंज में ओवैसी की पार्टी 45,215 मतों से चुनाव जीती थी. कसबा कांग्रेस 17,278 मतों से जीती थी.
लोजपा के पक्ष में ये हैं ये सीटें
गोविंदगंज में भाजपा की जीती हुई सीट पर लोजपा लड़ रही है. चेनारी में कांग्रेस से जीते मुरारी गौतम इस बार लोजपा से चुनाव लड़ रहे हैं. परबत्ता में जदयू के उम्मीदवार राजद से चुनाव लड़ रहे हैं. सुगौली से वीआइपी के उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो गया है. यहां भी लोजपा की स्थिति मजबूत होने की संभावना है. मढ़ौरा में पार्टी प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने से स्थिति थोड़ी कमजोर हुई है.
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