संवाददाता, पटना औरंगाबाद के उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आज़ाद पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट का शिकंजा और कस गया है. अधिकारियों के अनुसार उत्पाद अधीक्षक के जिन तीन बैंक लॉकरों को सीज किया गया है, उन्हें एक से दो दिनों के भीतर खोला जाएगा. प्राथमिक रिपोर्ट में दावा था कि अनिल आज़ाद ने अपनी सेवा अवधि के दौरान 1.58 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित की है. इसी आधार पर एसवीयू की टीम ने रविवार को छापेमारी में पटना, जहानाबाद और औरंगाबाद स्थित उनके आवास, पैतृक घर, कार्यालय को खंगाला था. इसमें चार करोड़ से अधिक की संपत्ति मिली थी. सोमवार को अधिकारी आरोपी अधिकारी के लॉकर को खोलकर चेक करने की कानूनी प्रक्रिया में जुटे रहे. एक अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती तलाशी में ही कई अहम दस्तावेज, जमीन खरीद-बिक्री के कागज, बैंक खातों और निवेश से जुड़े रिकॉर्ड मिले हैं. कई संपत्तियों के दस्तावेज ऐसे मिले हैं जिनकी कीमत कागजों में कम दर्ज है जबकि वास्तविक बाजार मूल्य कई गुना अधिक है. एसवीयू अब इन संपत्तियों की खरीद के स्रोत, भुगतान के तरीके और वास्तविक मालिकाना हक की जांच कर रही है. संपत्ति की सही स्थिति स्पष्ट तभी होागी जब यह जांच होने के साथ लॉकरों को खोल कर चेक कर लिया जाएगा. एसवीयू का अनुमान है कि इनमें नकदी, सोना, आभूषण या निवेश संबंधी अहम दस्तावेज मिल सकते हैं. जांच टीम बैंक लॉकरों की इन्वेंटरी प्रक्रिया वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ पूरी करेगी और इसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी.
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