संवाददाता, पटना: पटना पुलिस ने बिहार के टॉप-10 में शामिल कुख्यात रौशन शर्मा के पैर में गोली मार कर जख्मी कर दिया है. घटना फुलवारीशरीफ थाने के कुरकुरी गांव की है, जहां पर सिपाही से हथियार छीन कर रौशन भागने लगा. इसी दौरान पुलिस ने उसके पैर में गोली मार दी, जिससे वह जख्मी हो गया. पुलिस ने तुरंत उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया है.
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बुधवार को पूरे मामले का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि रौशन बिहार ही नहीं, बल्कि रांची और कोलकाता में भी आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुका है. रांची और कोलकाता में चार साल की सजा भी काट चुका है. रौशन पर हत्या, लूट, रंगदारी समेत डेढ़ दर्जन से अधिक संगीन मामले दर्ज है. रौशन पर छह केस में फरार चल रहा था. उस पर जक्कनपुर थाने में रंगदारी, गर्दनीबाग थाने में पेट्रोल पंप पर डकैती, अगमकुआं, रामकृष्णानगर व और कदमकुआं थाने में हत्या के केस दर्ज हैं. इसके अलावा रौशन ने रांची के चुटिया थाना क्षेत्र में रोड लूटकांड को अंजाम दिया था. वहीं, कोलकाता में सॉल्ट लेक थाना क्षेत्र स्थित की घटना को अंजाम दिया था, जिसमें चार साल जेल में बंद था. एसएसपी ने बताया कि बिहटा में दो और दानापुर में भी एक मामला दर्ज है.निशानदेही का सत्यापन करने पहुंची थी पुलिस
एसएसपी ने बताया कि रौशन शर्मा उर्फ आदित्य मूल रूप से जहानाबाद के सालेमपुर का रहने वाला है. 21 अप्रैल की रात को बैरिया बस स्टैंड पर नीतू राजा बस के चालक दुष्यंत कुमार उर्फ चमचम की हत्या कर दी गयी थी, जबकि एक स्टाफ दिलशाद गाेली लगने से घायल हो गया था. इस कांड में रौशन अप्राथमिकी अभियुक्त था. टीम जांच में जुटी थी. जांच में रौशन का नाम आया, जिसके बाद टीम जहानाबाद से पटना लेकर पहुंची. पूछताछ में उसने बस ड्राइवर की हत्या में संलिप्तता स्वीकार कर ली. इसके बाद उसकी निशानदेही पर फुलवारीशरीफ के कुरकुरी में टीम छापेमारी करने पहुंची. इसी दौरान रौशन सिपाही से हथियार लेकर भागने लगा. इसी दौरान पुलिस ने उसके पैर में गोली मार दी. गोली लगने के बाद वह गिर गया, जिसके बाद पुलिस ने उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया. एसएसपी ने बताया कि पूछताछ के बाद फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र से धीरेंद्र कुमार उर्फ कक्कू महतो के घर पर छापेमारी कर चार कट्टे, एक पिस्टल, दो मैगजीन, 7.65 एमएम के 82 कारतूस, 315 एमएम के 11 जिंदा कारतूस, एक खोखा, 10 पीस 12 बोर के जिंदा कारतूस, कागजात के साथ एक स्कूटी और एक अपाची बाइक को भी जब्त कर लिया.जहानाबाद में बर्थडे पार्टी में आया था, पुलिस ने की छापेमारी
एसटीएफ और पटना पुलिस इस कुख्यात के पीछे पिछले तीन माह से लगी हुई थी. बैरिया बस स्टैंड में बसचालक की हत्या के बाद वह पटना से फरार हाे गया. पुलिस की गिरफ्तारी की डर से वह काेलकाता, रांची, दिल्ली में ठिकाने बनाये हुआ था. इन शहराें में नाम व पहचान बदलकर रह रहा था. एसटीएफ ने जब इन तीन शहराें में छापेमारी शुरू की, ताे वह भाग कर नेपाल पहुंच गया और वहीं से गिराेह काे ऑपरेट कर रहा था. पुलिस उसके पीछे लगी हुई थी. मंगलवार की रात काे जहानाबाद में वह किसी करीबी की बर्थडे पार्टी में आया हुआ था. पुलिस काे इसकी सूचना मिली फिर छापेमारी कर उसे बर्थडे पार्टी से ही गिरफ्तार कर लिया.एनकाउंटर के बाद राेक दिया गया थाेड़ी देर के लिए ट्रैफिक
सुबह-सुबह जब ग्रामीण बाहर निकले, ताे देखा कि फुलवारीशरीफ के रायचाैक से कुरकुरी की ओर जाने वाली सड़क पर पुलिस पहुंची हुई है. साक्ष्य संकलन करने के लिए थाेड़ी देर के लिए ट्रैफिक काे राेक दिया गया था. माैके पर एसएसपी कार्तिकेय शर्मा समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी भी पहुंचे. घटनास्थल पर खून पसरा हुआ था. एफएसएल की टीम काे भी बुलाया गया. फुलवारीशरीफ से लेकर कुरकुरी और आसपास इलाकाें में रहने वाले लाेगाें के बीच सुबह से ही चर्चा हाेने लगी. पुलिस ने अहले सुबह गाेली मारी थी, इसलिए किसी काे पता भी नहीं चला.
रौशन का साथी अगमकुआं में चला रहा था मिनी गन फैक्टरी
पुलिस ने जब रौशन शर्मा उर्फ आदित्य से इतने भारी पैमाने पर हथियार तस्करी करने के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि अगमकुआं थाने की धनुकी गांव के पास एक घर में मिनी गन फैक्टरी चल रहा है. यहां हथियार बना कर अपराधियों को सप्लाइ किये जाते हैं. जानकारी मिलते ही एसटीएफ के साथ मिल कर पुलिस ने वहां छापेमारी कर मिनी गन फैक्टरी का खुलासा किया. मौके से एसटीएफ की टीम ने छोटकी पहाड़ी के रहने वाले कारीगर सह संचालक गौतम कुमार को गिरफ्तार कर लिया. मौके से काफी मात्रा में अवैध आग्नेयास्त्र निर्माण में प्रयोग की जाने वाली सामग्री और अद्धनिर्मित हथियारों को बरामद किया है. अवैध हथियार बनाने की कई मशीन, दो लेथ मशीन, अर्द्धनिर्मित हथियार के कई सारे पार्ट, एक जिंदा कारतूस, दो खोखे और दो कीपैड मोबाइल बगैर सिम के बरामद हुआ है.मालिक से रंगदारी के बाद ड्राइवर को मारी गयी थी गोली
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि अपराधी रौशन से पूछताछ में पता चला कि बस चालक की हत्या वर्चस्व और रंगदारी को लेकर हुई है. पहले बस मालिक से रंगदारी मांगी गयी थी, लेकिन बावजूद वह रंगदारी नहीं दे रहा था. इसी को लेकर बस के ड्राइवर की हत्या की गयी थी. अपराधी ने पूछताछ में अपने कई साथियों के नाम बताये हैं, जिनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

