Bihar News: बिहार में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान की शुरुआत कर दी गई है. इसका मुख्य उद्देश्य लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना और इसे सेवा भाव के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करना है. इस अवसर पर मिशन निदेशक हिमांशु शर्मा ने उद्घाटन किया और ‘स्वच्छता के सात वचन’ सहित ऑडियो-विजुअल IEC सामग्रियों का रिलीज किया. ये सामग्रियां राज्य के एक लाख 9 हजार से अधिक वार्डों में लोगों को जागरूक करने में उपयोगी होंगी.
गंगा उत्सव के रथों से जागरूकता का संदेश
उद्घाटन अवसर पर तीन ‘गंगा उत्सव जन जागरूकता’ रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. डिजिटल स्क्रीन और ऑडियो-विजुअल सुविधाओं से लैस ये रथ गंगा नदी के किनारे बसे बिहार के एक दर्जन जिलों से होकर गुजरेंगे और लोगों तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाएंगे. मिशन निदेशक ने डिजिटल कम्यूनिकेशन और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के माध्यम से आम जनता में जागरूकता बढ़ाने पर विशेष जोर दिया.
सेवा भाव के रूप में स्वच्छता
राज्य कोऑर्डिनेटर राजेश कुमार ने कहा कि स्वच्छता केवल कर्तव्य नहीं, बल्कि सेवा भाव के साथ अपनाई जानी चाहिए. उन्होंने नागरिकों से स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया. मिशन निदेशक ने सहयोगी संगठनों से नवरात्र और अन्य त्योहारों को ‘क्लीन और ग्रीन’ उत्सव के रूप में मनाने और आगामी 25 सितंबर को ‘एक दिन एक घंटा एक साथ’ राष्ट्रीय श्रमदान कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से आयोजित करने की अपील भी की.
सहयोगी संगठनों की भागीदारी
इस कार्यक्रम में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान, जीविका, यूनीसेफ, आइटीसी, आगा खान फाउंडेशन, वाटर एड, वाटर फॉर पिपुल सहित अन्य सहयोगी विभाग और डेवलपमेंट पार्टनर्स के प्रतिनिधि उपस्थित रहे. यह अभियान बिहार में सामुदायिक जागरूकता और भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.
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