संवाददाता, पटनाअब गांवों में सायरन बजेगा और लोगों को किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए जागरूक किया जायेगा.भारत -पाकिस्तान के बीच युद्ध की आशंका के मद्देनजर सिविल डिफेंस वालिंटियर की संख्या बढ़ायी जायेगी. वालिंटियर को साढ़े सातसौ रुपये प्रतिदिन का बढ़ा हुआ मानदेय भी मिलेगा. फिलहाल उन्हें चार सौ रुपये प्रतिदिन का मानदेय दिया जाता है.
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच आपात स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में नागरिक सुरक्षा निदेशालय के महानिदेशक परेश सक्सेना के साथ तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक हुई. जिसमें भारत-नेपाल सीमावर्ती जिलों पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज एवं भारत सरकार द्वारा घोषित चार नागरिक सुरक्षा जिलों पूर्णिया, कटिहार, बेगूसराय , पटना और विदेशी पर्यटकों के आवागमन के कारण महत्त्वपूर्ण जिला गया में नागरिक सुरक्षा स्वयं सेवक की संख्या बढ़ाने तथा उन्हें प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया गया. बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में दोनों अधिकारियों ने कहा कि मॉक ड्रिल अब गांव तक होगा, ताकि बिहार का हर व्यक्ति आपातकालीन स्थिति यानी इमरजेंसी सायरन, ब्लैक आउट होने पर कैसे खुद को और साथ ही दूसरे को कैसे सुरक्षित रखे, इसकी जानकारी रहेगी . उन्होंने कहा हाल में ब्लैक आउट को लेकर मॉक ड्रिल में सभी लोगों ने जिला प्रशासन का सहयोग किया था. अगली बार और बेहतर ढंग से इसे किया जायेगा.अभी दो हजार सिविल डिफेंस स्वयं सेवक और नौ हजार आपदा मित्र हैं
अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण का उद्देश्य आपात स्थिति में वह जिला प्रशासन के साथ मिलकर त्वरित गति से सुरक्षा, राहत, बचाव कार्य, सामुदायिक क्षमतावर्धन तथा जन-जागरुकता के लिए स्वयं सेवक तैयार करना है. वर्तमान में दो हजार सिविल डिफेंस स्वयंसेवक और आपदा मित्र की संख्या नौ हजार है.अब सिविल डिफेंस स्वयंसेवक में एनसीसी, एनएसए, स्काउट -गाइड, आपदा मित्र को भी जोड़ा जायेगा और उन्हें प्रशिक्षण दिया जायेगा. साथ ही, 18 साल से ऊपर के आमलोग भी स्वेच्छा अनुसार इसमें जुड़ सकते हैं. सिविल डिफेंस वालंटियर का मानदेय बढाकर चार सौ से बढाकर 750 रुपया प्रतिदिन करने का भी निर्णय लिया गया है.वालिंटियर की संख्या बढ़ाने के लिए स्कूल-कालेजों में चलेगा अभियान
वालिंटियर की अब संख्या बढ़ाने के लिए स्कूल-कालेजों में भी जागरूकता कार्यक्रम चलाया जायेगा. नागरिकों की सुरक्षा को इच्छुक राज्य के अन्य युवा संबंधित नागरिक सुरक्षा कार्यालय तथा जिला पदाधिकारी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं. सिविल डिफेंस के वालेंटियर का ड्रेस भी रहेगा. इसके लिए जल्द से काम होगा. उन्होंने कहा राज्य भर में पुलिस नियंत्रण कक्ष को कंट्रोल रूम घोषित कर दिया गया है.वहीं, नागरिक सुरक्षा निदेशालय के महानिदेशक परेश सक्सेना के कंट्रोल रूम,आपदा प्रबंधन विभाग के कंट्रोल रूम को जोड़ा गया है.केंद्र सरकार के गाइडलाइन के निर्देश पर मेडिकल इमरजेंसी की हो रही तैयारी
प्रत्यय अमृत ने कहा कि केंद्र सरकार के गाइडलाइन और निर्देश पर स्वास्थ्य की तैयारियों की समीक्षा की गयी है. इसमें सभी सिविल सर्जन, मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक और प्राचार्य वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे. उन सभी से मेडिकल इमेरजेंसी, ऑक्सीजन, बेड की उपलब्धता, स्ट्रेचर, मानव संसाधन पर चर्चा की गयी.उन्होंने कहा कि आपात स्थिति के लिए बेड सहित अन्य इलाज सुविधाएं को सुरक्षित रखने का आदेश दिया गया है. वहीं,मेडिकल इमरजेंसी के दौरान लोगों को इलाज के लिए अस्पतालों तक कैसे पहुंचाया जा सकें, इसके लिए भी काम हो पायेगा. ब्लैक आउट की स्थिति और मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में को क्या-क्या करना है, इसको लेकर दिशा-निर्देश दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है