संवाददाता, पटना वरिष्ठ समाजवादी नेता शिवानंद तिवारी ने कहा है कि मैं राजद का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष था. यह अतीत की बात हो गयी. तेजस्वी ने मुझे न सिर्फ उपाध्यक्ष पद से हटाया, बल्कि कार्यकारिणी में भी जगह नहीं दी. ऐसा क्यों ? क्योंकि मैं कह रहा था कि मतदाता सूची का सघन पुनर्निरीक्षण लोकतंत्र के विरुद्ध साजिश है. इसके खिलाफ राहुल गांधी के साथ सड़क पर उतरो. संघर्ष करो. पुलिस की मार खाओ. जेल जाओ, लेकिन वह तो सपनों की दुनिया में मुख्यमंत्री का पद शपथ ले रहा था. उसको झकझोर कर उसके सपनों में मैं विघ्न डाल रहा था. लालू धृतराष्ट्र की तरह बेटे के लिए राज सिंहासन को गर्म कर रहे थे. अब मैं मुक्त हो चुका हूं. फुर्सत पा चुका हूं. अब कहानियां सुनाता रहूंगा. लालू ने कभी रामलखन सिंह यादव की तरह बनने की इच्छा जतायी थी: इसके पूर्व उन्होंने कहा कि लालू और मैं जब बिहार आंदोलन में फुलवारीशरीफ जेल के एक ही कमरे में बंद थे, तो उन्होंने रामलखन सिंह यादव की तरह बनने की इच्छा जतायी थी. लगता है कभी-कभी ऊपर वाला शायद सुन लेता है. आज दिखायी दे रहा है कि उनकी इच्छा पूरी हो गयी.
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