Road In Bihar: बिहार में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है. खासकर गांवों और टोलों में पक्की सड़कें बनाकर मुख्य सड़क से जोड़ा जा रहा जिससे बड़ी संख्या में लोगों को फायदा पहुंच रहा. दरअसल, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और मुख्यमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना के तहत बिहार के गांवों के छूटे हुए 100 या उससे कम आबादी वाले ग्रामीण टोलों में योजनाओं के तहत सड़क पहुंच गई है.
1344 टोलों को पक्की सड़क से जोड़ा गया
जानकारी के मुताबिक, इनके तहत ग्रामीण कार्य विभाग ने राज्य के टोटल 11,020 का सर्वे कराया और 14,002.33 किलोमीटर की लंबाई में सड़क निर्माण का लक्ष्य तय किया है. इसमें 5033 बसावटों और टोलों को बारहमासी पक्की सड़कों से जोड़ने की विभाग ने प्रशासनिक स्वीकृति दी थी. जिसमें 1344 टोलों को पक्की सड़क से जोड़ा जा चुका है. ऐसे छोटे टोलों में बन चुकी ग्रामीण सड़कों की कुल लंबाई 1486.71 किलोमीटर है.
छूटे हुए टोलों को मिली संपर्कता
राज्य के सभी 38 जिलों में 100 लोगों की आबादी वाले छूटे बसावटों और टोलों को सड़क संपर्कता प्रदान करने के लिए वर्ष 2023 में मुख्यमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना (अवशेष) की शुरुआत की गई. इसके तहत टोटल 13.814 बसावटों में 16,652 किलोमीटर सड़क बिना कनेक्टिविटी के पाये गये थे. इसमें अब तक 5033 बसावटों में 1344 बसावटों को पक्की बारहमासी सड़कों से जोड़ा जा चुका है.
बिहार सरकार की योजनाएं
जानकारी के मुताबिक, बिहार सरकार ने साल 2005-6 में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू कर 500 से कम आबादी वाले गांवों तक भी सड़कें पहुंचाने का काम शुरू किया था. इसके अलावा उग्रवाद प्रभावित जिलों में 250 से अधिक आबादी वाले गांवों को भी इस योजना में शामिल किया गया. हालांकि, फिर आगे ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना और हर घर तक पक्की गली और नाली योजना को लेकर भी कई जगह सड़कें बनाई गई.
Also Read: Bihar Weather Today: 32 जिलों में यलो अलर्ट,गंगा उफान पर, 500 से ज्यादा गाँव बाढ़ की चपेट में

