– पीपीयू ने किया स्पष्ट, कहा-सीनियर को ही बनाया गया है इंचार्ज संवाददाता, पटना खगौल महिला कॉलेज में प्रोफेसर इंचार्ज पद को लेकर चल रहा विवाद अब राजभवन पहुंच गया है. मामले में राजभवन ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय से पूरी रिपोर्ट मांगी है. इसमें विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया है कि वरीय प्राध्यापक को प्रोफेसर इंचार्ज बनाया गया है. दरअसल, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की ओर से आठ कॉलेजों में सीनियर शिक्षकों को प्रभार दिया गया है. इन कॉलेजों में पूर्व से प्रभारी प्राचार्य कार्य कर रहे थे. इसके बाद राजभवन के निर्देश के आलोक में कुलसचिव प्रो एनके झा ने इन कॉलेजों में वहां के सीनियर प्रोफेसर को प्रोफेसर इंचार्ज बनाने को लेकर अधिसूचना जारी की थी. इसी क्रम में महिला कॉलेज खगौल में प्रो उदय राज की अधिसूचना जारी की गयी. जब प्रभार ग्रहण करने गुरुवार को प्रो उदय राय पहुंचे, तो कॉलेज की प्रभारी प्राचार्या डॉ उषा विद्यार्थी ने प्रभार नहीं सौंपा. मामले को लेकर प्रो उदय राज व डॉ उषा विद्यार्थी ने अपना-अपना पक्ष शुक्रवार को विवि प्रशासन के पास रखा. इसके साथ ही अपना पक्ष राज्यपाल के समक्ष भी रखा, जहां मामले में राजभवन ने कुलपति डॉ इंद्रजीत राय से मामले की जानकारी प्राप्त की. इसके बाद विश्वविद्यालय से पूरी रिपोर्ट मांगी गयी है. कुलसचिव प्रो एनके झा ने बताया कि राजभवन के निर्देशानुसार ही विश्वविद्यालय में आठ कॉलेजों में सीनियर प्राध्यापकों को प्रोफेसर इंचार्ज बनाया गया है. खगौल महिला कॉलेज में भी सीनियर को प्रभार दिया गया है. मामले से संबंधित विवि अपनी रिपोर्ट राजभवन को भेज दी है.
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