Sand Mining in Bihar: खान एवं भूतत्व विभाग राज्य में होने वाले अवैध बालू खनन पर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है. विभाग 4 हजार बालू विक्रेताओं की जांच करेगा. स्टॉक और बिक्री का साप्ताहिक मिलान देखा जाएगा और हर दिन का रिकार्ड रखा जाएगा. विभाग की इस तैयारी से अवैध व्यापार और खनन पर रोक लगेगी. इसके अलावा आपूर्ति, कीमत और क्वालिटी भी दर्ज की जाएगी.
नदियों पर लगेंगे सीसीटीवी
मिली जानकारी के अनुसार अवैध खनन से निकला बालू शहरी इलाकों में बेचा जा रहा है. ऐसे दुकानदारों की पहचान की जा रही है जहां पर अवैध व मंहगे बालू की बिक्री हो रही है. बालू घाट की ड्रोन मैपिंग जारी है. इसके बाद सेकेंडरी लोडिंग स्थल की जांच की जाएगी. यहां तक कि नदियों के पास सीसीटीवी भी लगेंगे और रास्तों पर अधिकारियों की तैनाती होगी. विभाग हिस्ट्रीशीटर अवैध कारोबारियों का डाटाबेस तैयार कर रहा है. इसमें नाम, पता, फोटो, रिश्तेदार, ठिकाने व अपराध का तरीका दर्ज रहेगा. इसी के आधार पर छापेमारी और गिरफ्तारी की जाएगी.
अफसरों और कर्मचारियों पर गाज
बता दें कि खान एवं भूतत्व विभाग की तरफ से 2 महीने में 7 अधिकारी और 24 कर्मचारियों पर कार्रवाई हुई है. इसस कड़ी में गया, बक्सर, भोजपुर, लखीसराय, वैशाली, बेतिया और भागलपुर के पदाधिकारियों पर भी गाज गिरी है.
700 से अधिक वाहन जब्त
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 3 महीने में भूतत्व विभाग की तरफ से 10 हजार जगह छापेमारी की गई. जबकि, 700 से अधिक वाहन जब्त किए गए. 5 लाख घनफीट बालू जब्त हुआ और अवैध बालू के आवाजाही के रास्ते की निगरानी कैमरे द्वारा की जा रही है.
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छापेमारी का आंकड़ा
इसकी मदद से वाहनों की संख्या के बारे में आसानी से पता किया जा रहा है. जुलाई महीने में 4527 छापेमारी हुईं. 486 वाहन जब्त कर 11.58 करोड़ राजस्व वसूला गया है. 175 एफआईआर दर्ज और 43 गिरफ्तारियां की गई है. वहीं, जून महीने में 3800 जगह छापेमारी कर 400 वाहन जब्त किए गए हैं.
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