मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध तथा विधि व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की, अधिकारियों को दिये समुचित निर्देशसंवाददाता,पटना
01 अणे मार्ग स्थित ”संकल्प” में मद्य निषेध तथा विधि व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. बैठक में डीजीपी तथा मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अद्यतन विधि व्यवस्था एवं शराबबंदी को बेहतर ढंग से लागू करने को लेकर किये जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध नियंत्रण के लिये पुलिस पूरी तरह सतर्क और एक्टिव रहें.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि मद्य निषेध को प्रभावी ढंग से लागू करने करने के लिये समुचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाये. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के पूर्व लोग शराब पीकर अपनी सारी कमाई उड़ा देते थे, आज वही पैसा दूसरे काम में लग रहा है. इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है. साथ ही समाज में शांति और भाईचारे का माहौल बना है. शराबबंदी से पुरूष और महिलायें दोनों खुश हैं. उन्होंने नीरा के उत्पादन एवं बिक्री को बढ़ाने के निर्देश दिये. कहा कि नीरा स्वास्थ्य के लिये उपयोगी एवं स्वादिष्ट होता है. नीरा के संग्रह, बिक्री, नीरा के उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिये प्रोत्साहित करें, ताकि इससे जुड़े लोगों के आय की स्रोत सृजित हो सके. शराबबंदी के बेहतर क्रियान्वयन के लिये लोगों के बीच लगातार जागरूकता अभियान चलाते रहने तथा शराब के सेवन से होनेवाली हानियों एवं बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया.ताड़ी के व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिये वैकल्पिक रोजगार सृजन के लिये समुचित कार्रवाई सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिया.बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा, डीजीपी विनय कुमार, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव विनोद सिंह गुंजियाल, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि एवं एडीजी मद्य निषेध सुशील खोपड़े मौजूद थे.
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