Patna News: शहर को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त बनाने के उद्देश्य से पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड (पीएससीएल) ने नो प्लास्टिक, फैंटास्टिक अभियान के तहत एक नई पहल की शुरुआत की है. इसके अंतर्गत अब राजधानी के 20 सार्वजनिक स्थानों पर ‘बॉटलबैंक’ स्थापित किए जाएंगे. इसकी शुरुआत आज यानी गुरुवार से होने जा रही है. इस कदम का मुख्य लक्ष्य इस्तेमाल की गई प्लास्टिक की बोतलों को इकट्ठा करके उनका रीसाइकलिंग करना है, जिससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम किया जा सके.
स्मार्ट सिटी के एमडी और नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि प्लास्टिक मुक्त पटना के लिए लगातार काम किया जा रहा है. यह पहल न केवल शहर को साफ-सुथरा रखने में मदद करेगी, बल्कि एकत्र की गई बोतलों को एमआरएफ (मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) सेंटर में भेजकर उन्हें दोबारा उपयोग में लाया जाएगा.
ये भी पढ़े: आधुनिक श्मशान घाट ‘मोक्ष द्वार’ के नाम से जाना जाएगा! जानें कब होगा तैयार, ईशा फाउंडेशन करेगा संचालन
एक में 500 बोतल रखने की होगी क्षमता
पहले चरण में 20 स्थानों पर बॉटल बैंक लगाए जाएंगे. इसमें प्रमुख रूप से जेपी गंगा पथ, गांधी मैदान, इको पार्क, बोरिंग रोड चौराहा, कंकड़बाग, राजेंद्र नगर, बेली रोड, पटना जंक्शन, एनआइटी घाट, काली घाट, जेपी सेतू घाट व अन्य जगहों पर लगाए जाएंगे. इन बैंक्स की ऊंचाई करीब 7 फुट होगी और इनकी क्षमता 350 से 500 बोतलें होगी. इनका निर्माण बीइंग हेल्पर फाउंडेशन के शुभम कुमार द्वारा किया जा रहा है.
ग्रैन्यूल्स में बदला जायेगा बैंक की बोतलें
बॉटल बैंक में डाली गई बोतलों को इकट्ठा कर एमआरएफ सेंटर भेजा जाएगा, जहां उन्हें क्रश करके ग्रैन्यूल्स में बदला जाएगा. इन ग्रैन्यूल्स का उपयोग ईंटों, पैकेजिंग सामग्री और अन्य उपयोगी उत्पादों के निर्माण में किया जाएगा. इसके अलावा, रैलियों, मेलों और विशेष आयोजनों के लिए पांच मूवेबल बॉटल बैंक भी तैयार किए जा रहे हैं. इससे हर माह 20 से 25 हजार प्लास्टिक की बोतलों को रीसाइकल किया जा सकेगा.

