Patna News: पटना में एटीएम कार्ड फंसाकर पैसे उड़ाने वाला गिरोह तेजी से सक्रिय हो गया है. पुलिस की पकड़ से बाहर यह नेटवर्क बिना गार्ड वाले एटीएम को निशाना बना रहा है और ग्राहकों को मिनटों में हजारों रुपये के नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.
एक सप्ताह में तीन से अधिक ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें पीड़ितों के खातों से 35 हजार से लेकर 1.43 लाख रुपये तक निकाले जा चुके हैं. गिरोह का तरीका बेहद सधा हुआ है. एटीएम में कार्ड अटकाना, नकली कस्टमर केयर नंबर टांगना और ग्राहक का पिन हासिल कर खाते से पैसे साफ करना.
बिना गार्ड वाले एटीएम को चुनते हैं ठग
जिन एटीएम में सुरक्षा गार्ड नहीं होता, fraud gang सबसे पहले उनका निरीक्षण करता है. मशीन में पतली प्लास्टिक या कार्डबोर्ड फंसा देते हैं ताकि ग्राहक का कार्ड अंदर अटक जाए. एटीएम के ऊपर या गेट के पास कार्डबोर्ड पर अपना मोबाइल नंबर लिखकर “कस्टमर केयर” बता देते हैं. जैसे ही कोई ग्राहक कार्ड डालता है, वह मशीन में फंस जाता है.
ग्राहक घबराकर उसी नंबर पर कॉल करता है. बदमाश उसे बगल वाली एटीएम से गार्ड बुलाने या मशीन रीसेट करने का झांसा देते हैं. इस बीच ग्राहक के पिन कोड की भी जासूसी कर लेते हैं और उसके खाते से पैसे निकालकर फरार हो जाते हैं.
राजीव नगर- 40 हजार की निकासी
22 नवंबर को राजीव नगर रोड नंबर 24 के फिरोज अहमद एसबीआई एटीएम से पैसे निकालने पहुंचे. कार्ड फंसा तो उन्होंने वहां लिखे नंबर पर कॉल किया. ठगों ने उन्हें दूसरे एटीएम से गार्ड बुलाने के लिए भेज दिया. जब वे लौटकर आए, तब तक उनके खाते से 40 हजार रुपये निकाल लिए गए थे.
जक्कनपुर- कार्ड बदलकर 90 हजार उड़ा ले गए
20 नवंबर को चंदेश्वर प्रसाद यादव पैसा निकाल रहे थे. कार्ड फंसते ही दो युवक ‘मदद’ के बहाने आए और उनका असली कार्ड निकालकर दूसरा कार्ड पकड़ा दिया. वे समझ नहीं पाए, लेकिन उसी समय उनके खाते से 90 हजार रुपये की निकासी कर ली गई.
महिला से 35 हजार की ठगी
18 नवंबर को आरती देवी के साथ भी यही ट्रिक अपनाई गई. कार्ड फंसने पर उन्होंने नंबर पर कॉल किया, ठगों ने उन्हें गार्ड बुलाने भेज दिया. लौटकर आईं तो उनके खाते से 35 हजार रुपये गायब थे.
कांटी फैक्ट्री रोड पर 1.43 लाख की ठगी
ताजा मामला कांटी फैक्ट्री रोड का है. एक्सिस बैंक ग्राहक विनोद कुमार ने पैसा निकाला, लेकिन कार्ड मशीन में फंस गया। एटीएम पर लिखे नंबर 9932623965 पर फोन किया तो उन्हें पास के एक दूसरे एटीएम के पास बुलाया गया. वे वहां पहुंचे नहीं कि खाते से 1,43,281 रुपये निकाले जाने का मैसेज आ गया. जब वे वापस लौटे तो मशीन में फंसा कार्ड भी गायब था. विनोद ने चित्रगुप्त नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.
पुलिस को चकमा दे रहा गिरोह
शहरभर के थानों में ऐसे दर्जनों मामले दर्ज हैं, लेकिन गिरोह फिलहाल पकड़ से बाहर है. पुलिस का कहना है कि यह एक संगठित नेटवर्क है जो एटीएम की गतिविधियों पर पहले से नजर रखता है. कई जगह सीसीटीवी खराब हैं या जानबूझकर छेड़छाड़ की गई है.

