संवाददाता, पटना : शहरवासियों का मेट्रो ट्रेन में सफर करने का इंतजार जल्द ही खत्म होगा. मेट्रो का पहला ट्रायल बुधवार को बैरिया स्थित डिपो में किया गया. इस दौरान डिपो से करीब 200 मीटर तक मेट्रो का फाॅरवर्ड और रिवर्स डायरेक्शन ट्रायल किया गया. मेट्रो ट्रायल से पहले पहले नगर विकास व आवास मंत्री जिवेश मिश्रा ने बैरिया स्थित मेट्रो डिपो और जीरो माइल स्टेशन का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने बोगी के अंदर जाकर यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं का बारीकी से जायजा लिया. मेट्रो की सीटिंग कैपसिटी, साइनेज, सीसीटीवी कैमरे के साथ ही सुरक्षा मानकों का भी जायजा लिया. विशेषकर दिव्यांग यात्रियों की सुलभता के बारे में भी पदाधिकारियों से पूछा. मौके पर विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने मेट्रो के परिचालन और मेंटेनेंस प्रक्रिया के बारे में बताया. जीरो माइल स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश और साइनेज लगाने की बात कही.
डिपो से जीरो माइल तक ट्रायल पूरा होने के बाद शुरू होगा परिचालन
निरीक्षण के दौरान विभाग के सचिव ने बताया कि सितंबर माह के अंत तक मेट्रो परिचालन शुरू करने का टार्गेट रखा गया है. फैब्रिकेशन, इलेक्ट्रिफिकेशन और पटरियों का टेक्निकल वर्क लगभग पूरा कर लिया गया है. डिपो से जीरो माइल स्टेशन तक मेट्रो का ट्रायल पूरा होने के बाद प्रायोरिटी कॉरिडोर में मेट्रो का परिचालन करने को लेकर हरी झंडी दिखायी जायेगी. प्रायोरिटी कॉरिडोर में मलाही पकड़ी से न्यू आइएसबीटी (पाटलिपुत्र बस टर्मिनल) तक करीब 6.5 किलोमीटर लंबा एलीवेटेड सेक्शन है. इस हिस्से में कुल पांच स्टेशन हैं. इसमें न्यू आइएसबीटी, जीरो माइल (बाइसपास), भूतनाथ रोड, खेमनीचक शामिल हैं.
मेट्रो में दिखेगी राज्य की विरासत और संस्कृति
पटना मेट्रो में सफर के दौरान यात्रियों को राज्य की विरासत और संस्कृति से भी रूबरू होने का अवसर मिलेगा. केसरिया रंग के मेट्रो बोगी के अंदर नालंदा यूनिसर्विटी, गोलघर, गया जी स्थित महाबोधि मंदिर की झलक देखने को मिलेगी. इसके साथ ही मेट्रो बोगी के अंदर मधुबनी पेंटिंग की खूबसूरती को भी देखने का अवसर मिलेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

