Patna Matro: पटना मेट्रो रेल परियोजना अब अपने निर्णायक चरण में है. डिपो के भीतर सफल ट्रायल रन के बाद अब इसे एलिवेटेड कॉरिडोर पर उतारने की तैयारी है. गुरुवार को बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने पटना मेट्रो के प्राथमिक कॉरिडोर के प्रमुख स्टेशनों और मेट्रो डिपो का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने मलाही पकड़ी और जीरो माइल मेट्रो स्टेशन का जायजा लिया और निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की.
निरीक्षण के दौरान उन्होंने खासतौर पर इस बात पर जोर दिया कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक मेट्रो स्टेशन पर वाहन पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था की जाए.
मेट्रो डिपो का ट्रायल और निरीक्षण
पटना मेट्रो का ट्रायल फिलहाल डिपो के भीतर 800 मीटर लंबे ट्रैक पर किया जा रहा है. मुख्य सचिव ने यहां रोलिंग स्टॉक और डिपो की व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली. डिपो में प्रशासनिक भवन, ऑटो कोच, वर्कशॉप शेड, जांच शेड और सब-स्टेशन बिल्डिंग का निर्माण तेजी से चल रहा है.
उन्होंने कहा कि सितंबर के अंत तक मेट्रो का परिचालन शुरू करना है, इसलिए उससे पहले ट्रायल और सुरक्षा मानकों की हर स्तर पर जांच पूरी हो जानी चाहिए.
15 सितंबर से कॉरिडोर पर ट्रायल
अभी तक डिपो के भीतर सीमित दूरी पर ट्रायल रन हो रहा है, लेकिन 15 सितंबर से मेट्रो को एलिवेटेड कॉरिडोर पर उतारा जाएगा. यह कॉरिडोर डिपो से भूतनाथ स्टेशन तक फैला है, जिसमें तीन प्रमुख स्टेशन शामिल हैं. इसे रेड लाइन के अंतर्गत रखा गया है.
रेड लाइन की योजना के अनुसार मलाही पकड़ी तक कुल पांच स्टेशन होंगे, लेकिन पहले चरण में डिपो से भूतनाथ तक का ही परिचालन शुरू किया जाएगा. सफल ट्रायल के बाद यात्रियों के लिए इस रूट पर मेट्रो सेवा खोली जाएगी.
यात्रियों की सुविधा पर फोकस
मुख्य सचिव ने निरीक्षण के दौरान कहा कि मेट्रो को केवल परिवहन के साधन के रूप में नहीं, बल्कि यात्रियों की सुविधा को केंद्र में रखकर विकसित किया जा रहा है. उन्होंने निर्देश दिया कि— मेट्रो स्टेशन पर आने वाले लोगों के लिए पर्याप्त वाहन पार्किंग की व्यवस्था की जाए. स्टेशन परिसर के पास वेंडरों के नियमन और सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन किया जाए. यात्रियों की भीड़ को देखते हुए स्टेशन परिसर को सुगम और सुरक्षित बनाया जाए.
मुख्य सचिव के साथ नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव, पीएमआरसीएल (Patna Metro Rail Corporation Limited) के प्रबंध निदेशक अभय कुमार सिंह, अपर प्रबंध निदेशक अभिलाषा शर्मा सहित मेट्रो निर्माण की पूरी टीम मौजूद थी. बुधवार को नगर विकास एवं आवास मंत्री जिवेश कुमार मिश्रा ने भी पटना मेट्रो के कार्यों का निरीक्षण किया था.
मेट्रो से बदल जाएगी पटना की तस्वीर
मेट्रो शुरू होने के बाद पटना की ट्रैफिक समस्या में उल्लेखनीय सुधार होगा. रोजाना हजारों लोग जो डेली यात्री हैं, वे मेट्रो को प्राथमिक साधन के रूप में अपनाएंगे. इससे मुख्य सड़कों पर वाहनों का दबाव कम होगा.
इसके साथ ही मेट्रो से जुड़े स्टेशन, पार्किंग और आसपास का बाजार स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति देंगे. खासकर स्टेशन के पास छोटे दुकानदारों और वेंडरों को एक नया अवसर मिलेगा.
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